09/04/2010 खुफिया तंत्र में कोई नाकामी नहीं
जय हिन्द संवाद जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के पुलिस प्रमुख ने मंगलवार को दंतेवाड़ा में हुए सबसे भीषण नक्सली हमले में खुफिया तंत्र की नाकामी से इनकार किया है। उन्होंने कहा हमले को लेकर पुलिस और सीआरपीएफ में पूरा सामंजस्य था। इसमें असफलता जैसी कोई बात नहीं है। एक निजी न्यूज चैनल से साक्षात्कार में छत्तीसगढ़ के पुलिस महानिदेशक विश्वरंजन ने कहा कि हमले को लेकर खुफिया तंत्र के नाकाम होने के आरोप गलत हैं। उन्होंने कहा कि नक्सलियों ने जवानों को जाल बिछाकर घेरा। अंधेरा होने से वे अपने मंसूबों में कामयाब हो गए। विश्वरंजन ने कहा कि नक्सलियों ने हमले में पेट्रोल बम का इस्तेमाल किया। बुलेट प्रूफ जैकेट को लेकर डीजीपी ने कहा कि ये जैकेट पूरी तरह सुरक्षित नहीं होते। इन पर सौ फीसदी निर्भर नहीं रहा जा सकता। एसी में बैठने वालें क्या जानें हकीकत : हमले को लेकर खुफिया एजेंसी, पुलिस और सीआरपीएफ के बीच तालमेल न होने के आरोप लगाने वालों को विश्वरंजन ने कड़े शब्दों में नसीहत दी। उन्होंने कहा कि एयर कंडीशनर के कमरों में बैठने वालों को मैदानी हकीकत का अंदाजा नहीं होता। उन्होंने कहा ऐसे लोगों को न तो इंटेलिजेंस का मतलब पता है और न ही चुनौती की भयावहता का अंदाजा। दोनों करते हैं एक-दूसरे की मदद : पुलिस और सीआरपीएफ के बीच सूचनाओं के आदान-प्रदान से जुड़े सवाल का जवाब देते हुए विश्वरंजन ने कहा कि हम हमारे कैंप की रक्षा करते हैं और वे उनके मोर्चे की। जब दोनों एक साथ होते हैं तो एक-दूसरे की पूरी मदद करते हैं। इसमें नाकामी का सवाल ही पैदा नहीं होता।
|