पाठयक्रम तैयार करें ताकि बदलते परिवेश में युवा बहुराष्ट्रीय कम्पनियों की मांग के अनुसार स्वयं को ढाल सकें। इसके साथ वे स्व रोजगार के क्षेत्र में भी आगे बढ़ सकें।
श्रीमती भुक्कल आज यहां राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान के क्षेत्रीय कार्यालय के रजत जयंती समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रही थी।
संस्थान के क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने पर बधाई देते हुए उन्होने कहा कि यह केन्द्र उत्तर भारत में किन्ही कारणों से नियमित स्कूलों में अपनी पढ़ाई न करने वाले विद्यार्थियों की जरूरतों को पूरा करने की दिशा में उल्लेखनीय कार्य कर रहा है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि ये संस्थान कुशल मानव संसाधन विकसित करने के लिए अपना विशेष योगदान दें ताकि युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार मिल सके। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य रोजगारोन्नमुखी शिक्षा देने के साथ-साथ रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाना भी है।
उन्होने आह्वान किया कि इस केन्द्र द्वारा विद्यार्थियों में नैतिक मुल्यों का समावेश करने के लिए पाठयक्रमों में विशेष प्रावधान भी किया जाना चाहिए ताकि युवा अच्छे इंसान बनकर समाज और देश के प्रति अपने कर्तव्यों को पूरा कर अपने भविष्य को निर्माण कर सकें।
श्रीमती भुक्कल ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा प्रदेश को शिक्षा का हब बनाने के लिए प्रयासरत हैं। हरियाणा देश का पहला राज्य है, जहां गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले परिवारों, अनुसूचित जाति एवं पिछड़े वर्ग के परिवारों के छात्रों को नियमित मासिक वजीफा दिया जाता है। आज प्रदेश में लगभग 19 लाख 70 हजार गरीब और जरूरतमंद बच्चों को 75 रुपये से लेकर 600 रुपये तक का मासिक वजीफा मिल रहा है। इसके साथ-साथ शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत मुफ्त कापी-किताबें, वर्दी व अन्य सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। राज्य में महिला विश्वविद्यालय, रक्षा विश्वविद्यालय, केन्द्रीय विश्वविद्यालय सहित अनेक शिक्षण संस्थान खोले गए हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में ड्रोप आऊट दर को रोकने व शत-प्रतिशत दाखिला सुनिश्चित करने के लिए प्रवेश उत्सव कार्यक्रम चलाया गया जिसमें काफी हद तक कामयाबी भी मिली है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार सहित सभी शिक्षण संस्थानों को कर्तव्य है कि वे एक विशेष अभियान चलाकर शिक्षा की जोत को आगे लेकर जाएं। युवाओं को इस प्रकार से शिक्षित करना चाहिए कि वे पढ़े-लिखे बेरोजगार न बनकर अपने जीवन में तरक्की करें। युवाओं के भविष्य को संवारने में शिक्षण संस्थानों का अहम योगदान है।
इस अवसर पर राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान के क्षेत्रीय निदेशक डॉ० टी.एन.गिरी ने संस्थान की गतिविधियों पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर शिशु निकेतन सीनियर सकेण्डरी स्कूल की प्रधानाचार्या डॉ०अमृता खुराना, जम्मू और कश्मीर से कोडिनेटर कुलदीप शर्मा के अलावा अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।