इसके अतिरिक्त, जिला प्रशासन ने निर्मल भारत अभियान के तहत जिले के 105 गांवों को 5 दिसंबर तक पूर्ण रूप से निर्मल बनाने संबंधी निर्देश दिए गए।
सरकारी प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि कोई भी गांव ऐसा नही होगा जहां शौचालयों की व्यवस्था न होगी। उन्होंने कहा कि जिले के गांवों में डोर-टू-डोर कूड़ा उठाने के लिए कार्यवाही शुरू की गई है तथा बाढ़सा में सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट शुरू करने के आदेश दिए गए हैं। जिले के पांचों खंडों बेरी में 15, झज्जर में 25, मातनहेल में 20, साल्हावास में 20 तथा बहादुरगढ़ में 25 गांवों को 5 दिसंबर तक पूर्णतया निर्मल बनाने के आदेश दिए।
उन्होंने कहा कि जिले के प्रत्येक गांव के राजकीय विद्यालयों में अभियान के अंतर्गत एक टीचर को विशेष तौर पर इसी कार्य में लगाया जाएगा ताकि वह मीड-डे-मिल के बनाने, सफाई व्यवस्था, बच्चों के नाखून व दैनिक गतिविधियों की नियमित जांच करेगा। जनस्वास्थ्य विभाग की ओर से चलाए गए जल संरक्षण कार्यक्रम को सही ढंग से चलाने तथा मनरेगा के तहत ग्राम विकास से संबंधित कार्यों में तेजी लाई जाएगी। मनरेगा के तहत होने वाले कार्यों का रिकार्ड भी लगातार अपडेट करने, कार्यों का समय-समय पर सोशल ऑडिट कराने के लिए भी संबंधित अधिकारियों का कहा गया है।