24/11/2013 समस्याओं के निजात के लिए पिल्लर बॉक्स प्रणाली
चंडीगढ- हरियाणा के गांवों में 24 घंटे बिजली आपूर्ति व बिजली सम्बन्धी सभी समस्याओं के निजात के लिए पिल्लर बॉक्स प्रणाली एक प्रभावी तरीका है।
ग्राम पंचायतें बिजली कार्यालय में अपनी सहमति देकर इस प्रणाली की स्थापना करवा सकते हैं। यह बात आज दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के निदेशक श्री वी.के.चौधरी ने हिसार में गांव मात्रश्याम में पिल्लर बॉक्स प्रणाली का उद्घाटन करने के उपरांत ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने बताया कि गांव चौधरीवास जीरो कट पावर वाला गांव बन गया है। अब इस गांव में 24 घंटे बिजली की आपूर्ति का प्रबन्ध किया जाएगा। श्री चौधरी ने बताया कि पंचायतों के निवेदन पर पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर गांवों में इस प्रणाली की स्थापना का कार्य शुरू किया जा रहा है। इस प्रणाली पर लगने वाला पूरा खर्चा निगम द्वारा वहन किया जाता है। ग्राम पंचायतों के निवेदन पर यह प्रणाली शुरू की जाती है।
पिल्लर बॉक्स प्रणाली के लाभों के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए श्री चौधरी ने बताया कि इस प्रणाली की स्थापना से 20 से 24 घंटे बिजली की आपूर्ति सम्भव है। बिजली आपूर्ति से सम्बन्धित शिकायतें लगभग समाप्त हो जाती हैं। यदि कोई शिकायत आती है तो प्राथमिकता के आधार पर निराकरण किया जाता है। शिकायत रजिस्टर सरपंचों के पास उपलब्ध करवाया जाता है। गांव में पूरी बिजली वितरण प्रणाली का नवीनीकरण, पुरानी नंगी तार हटाकर रबड़ युक्त नई सुरक्षित तारें लगाई जाती हैं। गांवों में केवल मौजूदा ही नहीं बल्कि नए कनैक्शनों के कारण भविष्य में भी बढ़ने वाले लोड के अनुरूप अतिरिक्त ट्रांसफार्मरों की स्थापना की जाती है। सभी मीटर घरों से बाहर निकाल कर गांव की फिरनी या चौराहों पर लगे पिल्लर बॉक्सों में स्थापित किए जाते हैं। पिल्लर बॉक्स प्रणाली युक्त गांवों के घरों में न मीटर होंगे, न मीटर रीडर आएगा। प्रत्येक उपभोक्ता को ट्रांसफार्मर के साथ स्थापित पिल्लर बॉक्स में लगे मीटर से निकलने वाली अलग-अलग रबड़ युक्त केबल से जोड़ा जाता है। गांवों में शिविरों का आयोजन कर हाथों-हाथ कनैक्शन दिए जाते हैं।
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