18/08/2013 पाकिस्तानी सेना ने कारगिल जिले में भारतीय चैकियों पर दागी तोपें
श्रीनगर। लगता है कि पाकिस्तानी एक बार फिर युद्ध करने के लिए आतुर हो रहा है, तभी तो पाकिस्तानी सेना ने कारगिल जिले के द्रास और काकसर इलाके में चैदह साल बाद फिर से भारतीय चैकियों पर तोप के गोले और मोर्टार दागे। भारत ने जब जवाबी कार्रवाई की तो पाकिस्तानी खेमे में सन्नाटा खिंच गया। इस गोलाबारी में किसी नुकसान की खबर नहीं है।
इसके अलावा पाकिस्तानी सेना ने पुंछ जिले की मेंढर तहसील में सैन्य और नागरिक ठिकानों पर भी भारी गोलीबारी की। इसमें सेना के तीन जवान और दो ग्रामीण घायल हो गए। काकसर की चोटियों पर भारतीय जवानों की तुलना में पाकिस्तानी सैनिक ज्यादा अच्छी स्थिति में हैं। वहां से पाकिस्तान श्रीनगर-करगिल-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग को सीधा निशाना बना सकता है। पाकिस्तान ने द्रास सेक्टर में सांदो चैकी को निशाना बनाते हुए गोले व मोर्टार दागे। इसके अलावा काकसर इलाके में भी गोलाबारी की गई। सैन्य अधिकारियों ने बताया वर्ष 1999 में हुए युद्ध के बाद पड़ोसी देश ने पहली बार कारगिल में गोलीबारी की है। उस समय काकसर इलाके में पाकिस्तानी सैनिकों ने लेफ्टिनेंट सौरभ कालिया और उनकी टुकड़ी पर हमला किया था। छह अगस्त से अब तक लगभग 16 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया जा चुका है। तीन दिन पहले सोमवार की रात को काकसर में छेनीगुंड चैकी पर भी गोलाबारी की गई थी। भारतीय जवानों ने पहले पाक गोलीबारी को नजरंदाज किया, लेकिन जब सरहद पार से तोपें गरजीं तो उन्होंने भी जवाबी कार्रवाई की। इसके बाद पाकिस्तानी खेमे में चुप्पी छा गई।
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