यह खुलासा आज निगम अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान चर्चा करते हुए निगमों के अध्यक्ष तथा प्रबन्ध निदेशक श्री देवेन्द्र सिंह ने किया। इस बैठक में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री मोहिन्द्र लाल, निदेशक ऑप्रेशन श्री डी के महेश्वरी और पंचकूला, अम्बाला, यमुनानगर, कुरूक्षेत्र, करनाल और कैथल जिलों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे उन्होंने कहा कि निगमों की मुख्य प्राथमिकता राजस्व घाटे को कम करना और पिछले 9 महीनों के दौरान उठाए जा रहे विभिन्न कदमों के तहत उपभोक्ताआें की संतुष्टि करना है। गांव स्तर पर शिकायत प्रणाली शुरू की गई है और पिछले तीन महीनों के दौरान सभी उपभोक्ताआें के लिए समयबद्ध सारिणी से ज्यादा बिजली की आपूर्ति की गई है। उन्होंने बताया कि लम्बे समय के बाद ऐसा पहली बार हुआ है कि गांवों में पूरी रात बिजली की आपूर्ति की जा रही है। औद्योगिक श्रेणी के उपभोक्ताआें को 20 घण्टे 30 मिनट बिजली की आपूर्ति की जा रही है और शहरी उपभोक्ताआें को 20 घण्टे प्रति दिन बिजली दी जा रही है। उन्होंने बताया कि नलकूप बिजली आपूर्ति के लिए 8 घण्टे और ग्रामण स्तर के उपभोक्ताआें के लिए 14 घण्टे प्रति दिन बिजली देने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि राज्य में बिजली उपभोक्ताआें की जरूरत के अनुसार पर्याप्त बिजली उपलब्ध करवाई जा रही है।
निगमों के अध्यक्ष ने बताया कि सभी प्रकार की शिकायतों के लिए 18001801615 टोलफ्री नम्बर शुरू किया गया है। इसके अतिरिक्त, बिजली सम्बन्धी शिकायत के लिए राज्य में एक छोटा नम्बर 155333 भी है। उन्होंने बताया कि उपभोक्ता अपनी शिकायत www.uhbvn.com व www.dhbvn.com पर भी दर्ज करवा सकते हैं।
हाल ही में राज्य में शुरू की गई एकमुश्त निपटान योजना के सन्दर्भ में श्री सिंह ने कहा कि ग्रामीण, घरेलू और नलकूप उपभोक्ताआें के लिए यह एक सुनहरी अवसर उपलब्ध करवाया गया है। जो उपभोक्ता इस योजना को लेगा, उसे उसके फीडर से निपटान के माध्यम से बिजली की आपूर्ति का लाभ दिया जाएगा। इस योजना के सम्बन्ध में आगामी 25 जुलाई को भारतीय किसान यूनियन के साथ एक बैठक की जाएगी।
उन्होंने यह भी कहा कि पिछले वर्षों के दौरान राज्य में 10 से 14 प्रतिशत तक का लोड बढ़ा है। इसलिए यह जरूरी है कि उपभोक्ताआें को पर्याप्त बिजली आपूर्ति देने के लिए वितरण प्रणाली को अपग्रेड किया जाए। इसी के मद्देनजर शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी प्रणाली का सुदृढ़ीकरण किया जाएगा।