18/07/2013 रसोई में पकी कढ़ी
कानपुर: बिहार में छपरा के प्राथमिक विद्यालय में हुए हादसे के बाद भी मिडडे मील को लेकर शिक्षा विभाग के अफसर बेपरवाह हैं। बुधवार को भी गंदगी के बीच रसोई में कढ़ी पकी। ख्योरा स्थित रसोई में पान मसाले की पीक बजबजा रही थी तो मक्खियों के बीच कढ़ी पक रही थी। एक एनजीओ की रसोई के बाहर सुअर लोट रहे थे तो दूसरे की रसोई के बाहर नाली बजबजा रही थी।
बिहार में मिडडे-मील से 22 बच्चों की मौत होने के बाद भी बुधवार को शिक्षा विभाग के अफसर शहर में मिडडे-मील के निरीक्षण को नहीं निकले। सुबह निरीक्षण के दौरान ख्योरा स्थित प्रकाश शिक्षण एवं समाज सेवी संस्थान की रसोई में गंदगी फैली हुई थी। रसोई में गंदगी मिली तो उप्र प्राथमिक शिक्षक संघ के महामंत्री मुजफ्फर हुसैन भड़क गए। उन्होंने कर्मियों को फटकार लगाई तो रसोई घर में धुलाई हुई। उन्होंने बताया कि नवाबगंज सीआरसी के 80 विद्यालयों के 11 हजार विद्यार्थी यहां पका हुआ मिडडे मील खाते हैं, तब भी लापरवाही हो रही है। मामले की रिपोर्ट डिप्टी बीएसए को दे दी है। शासन को भी पत्र भेजा है कि बच्चों को एगमार्क मार्का मिडडे-मील बंद डिब्बे में वितरित करें। उधर बेनाझाबर प्राथमिक विद्यालय में इसी एनजीओ के ड्राइवर ने गंदे हाथों से कढ़ी-चावल उतारा तो प्रधानाध्यापक अनूप शुक्ल ने फटकार लगाई। श्री शुक्ल ने बताया कि शहर के तमाम शिक्षक शिकायत कर चुके हैं कि मिडडे मील अक्सर देर से बंटता है, जिससे कभी-कभी तो बदबू भी आ जाती है। उधर किदवई नगर स्थित सुभाष चंद्रा सोसाइटी के किचन में पकने वाले मिडडे-मील को गोविंद नगर एवं नौबस्ता सीआरसी के 170 विद्यालयों के 20 हजार बच्चे खाते हैं। यहां किचन के बाहर सड़क पर सुअर का जमावड़ा लगा था। संचालक कमलकांत तिवारी ने बताया कि नगर निगम को पत्र लिख चुके हैं, उधर आचार्यनगर स्थित निर्मल सेवा संस्थान की रसोई पकने वाली मिडडे-मील को प्रेमनगर, सदर व शास्त्रीनगर सीआरसी के 350 विद्यालयों के 34 हजार बच्चे खाते हैं। यहां भी गंदगी थी रसोई के बाहर नाली बजबजा रही थी। संचालक सुरेंद्र जायसवाल ने बताया कि नगर निगम को पत्र लिख चुके हैं लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। -गुरुवार से मिडडे मील के निरीक्षण के लिए छापेमारी होगी, डीएम के निर्देश पर बीएसए कोमल यादव ने टीम गठित कर दी गई है। खंड शिक्षा अधिकारियों को दायित्व सौंप दिया गया है। कमी मिलने पर एनजीओ को निकाल बाहर करेंगे।
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