17/07/2013 बहुमूल्य जीवन की रक्षा की जा सके
चंडीगढ़, 17 जुलाई बिजली आपूर्ति प्रणाली पर कार्य करते हुए होने वाली दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम और दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम अनुबंध के आधार पर कार्यरत कर्मचारियों को सुरक्षा के नियमों के पालन का प्रशिक्षण देंगे।
यह जानकारी देते हुए निगमों के प्रवक्ता ने आज यहां कहा कि स्थाई रूप से कार्यरत कर्मचारियों के प्रशिक्षण का कार्य पहले ही पूरा किया जा चुका है। गत दिनों जो कर्मचारीगण कार्य के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हुए हैं उनमें से ज्यादातर अनुबंध के आधार पर कार्यरत थे। दुर्घटनाओं की गंभीरता के दृष्टिगत निगमों ने अनुबंधित कर्मचारियों को भी मंडल स्तर पर प्रशिक्षित करने का निर्णय किया है। अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री देवेन्द्र सिंह ने निर्देश जारी किये हैं कि प्रशिक्षण का कार्य तुरंत प्रारम्भ किया जाए ताकि जोखिम से बचा जा सके और बहुमूल्य जीवन की रक्षा की जा सके। प्रवक्ता के अनुसार दुर्घटनाएं मुख्यतः व्यक्तिगत कारणों, सुपरवाईजर की लापरवाही अथवा ठेकेदार द्वारा नियमों की अनदेखी के कारण होती हैं। कर्मचारियों के प्रशिक्षण के दौरान इस सम्बंध में विस्तृत जानकारियां दी जाएंगी और कर्मचारियों की सभी प्रकार की शंकाओं का समाधान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि निगम ने वर्क मस्ट और सेफ्टी फस्ट को ध्यान में रख कर कर्मचारियों को कार्य निपटाने को कहा है। पिछले दिनों अधिकांश दुर्घटनाएं कार्य से पूर्व लाईनों की दोनों तरफ से अर्थिन्ग न किये जाने के कारण हुई हैं। प्रशिक्षण के दौरान दोनों तरफ से अर्थिन्ग सुनिश्चित करने, उचित औजारों का प्रयोग करने, नशा करके अथवा ढीले कपड़े पहन कर कार्य न करने, काम के समय हंसी मजाक न करने, जी.ओ स्विच के ब्लेडों को चैक किये बिना पोल पर न चढ़ने और क्षमता से अधिक कार्य न करने आदि महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विशेष रूप से प्रकाश डाला जाएगा। बिजली दुर्घटना के कारण तथा बचाव के उपाय से सम्बंधित प्रशिक्षण के क्रम में प्राथमिक चिकित्सा द्वारा दुर्घटनाग्रस्त कर्मचारी की तत्काल सहायता तथा अन्य चिकित्सा सम्बंधी जानकारियां प्रदान की जाएंगी। इसके अतिरिक्त निगमों ने अनुमानित लागत जमा करवाने पर उन 11 के.वी लाईनों को तुरंत सुरक्षित स्थानों पर सर्वोच्च प्राथमिकता से बदलने का निर्णय किया है जो भवनों के निकट हैं और दुर्घटना का कारण बन सकती हैं।
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