बुंदू कटरा निवासी मनोज गुप्ता उसका बराबर का साथी है। नगला पदी के निराला नगर निवासी शंभू सक्सेना और बल्केश्वर निवासी शेखर शर्मा भी रैकेट में सहयोगी हैं। जिस्म के सौदागर मोबाइल में युवतियों के फोटो दिखाकर ग्राहकों से सौदा तय करते थे। नेटवर्क से जुड़ी देसी और विदेशी युवतियों को ऑन कॉल बुलाया जाता था। एसएसपी ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ सिकंदरा थाने में देह व्यापार अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है। इन पर गैंगस्टर लगेगा और होटल भी सील किया जाएगा।
पुलिस ने इन चारों के साथ दिल्ली के दिलशाद गार्डन निवासी 22 वर्षीय युवती को भी गिरफ्तार किया है। मौके पर मिले 12 मोबाइलों में से चार आशू के हैं। एसएसपी ने बताया कि रैकेट के शहर में करीब 25 एजेंट हैं। इनके माध्यम से कुछ प्रमुख होटलों के साथ रईसजादों से भी लड़कियों की डिमांड आती थी। आशू और मनोज गुप्ता के चंगुल में दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद सहित देश के अन्य प्रमुख शहरों की दर्जनों युवतियां थीं। इनके फोटो आशू के मोबाइल में सेव थे। यह दिखा कर ही ग्राहकों से सौदा तय किया जाता था।
हाई प्रोफाइल रैकेट के सरगना आशू के संपर्क में दिलल्ी और नोएडा आदि की करीब 60 युवतियां हैं। उजबेकिस्तान की दो युवतियों को भी ऑन डिमांड बुलाया जाता था। दिल्ली से पांच-छह दिन के लिए युवतियों को 15-20 हजार का पैकेज दिया जाता था, जबकि उजबेकिस्तान की युवतियों को एक दिन के 15 हजार रुपये दिए जाते थे। पैकेज पर आने वाली युवतियों को सिकंदरा क्षेत्र के होटलों में ठहराया जाता था।