पिछले हफ्ते फ्रांस के राष्ट्रपति ने समलैंगिक शादियों को मंजूरी देने वाले विधेयक पर हस्ताक्षर किए थे। इसके साथ ही फ्रांस समलैंगिक शादियों को कानूनी दर्जा देने वाला यूरोप का नौवां और दुनिया का 14वां देश बन गया है।
पुलिस के मुताबिक इस विरोध प्रदर्शन में करीब डेढ़ लाख लोगों ने हिस्सा लिया जबकि आयोजकों के मुताबिक 10 लाख लोग इस रैली में शामिल हुए। रैली के दौरान दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं और दंगा पुलिस के बीच झड़पें भी हुईं जिसके बाद करीब 100 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया।
राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने विधेयक पर हस्ताक्षार करते हुए कहा, मैंने फैसला कर लिया है। अब बस देश को इस कानून का सम्मान करने की जरूरत है। हालांकि इस विधेयक के पारित होने से पहले इसका काफी विरोध हुआ। इस कानून में सिर्फ समलैंगिकों की शादी का प्रावधान ही नहीं है बल्कि इस कानून के तहत जोड़े बच्चे भी गोद ले सकते हैं।