इसके अंतर्गत शराब कर में वृद्धि की गई और तुर्की एयरलाइंस ने अपने घरेलू उड़ानों में यात्रियों को शराब देना बंद कर दिया है। गौरतलब है कि तुर्की धर्मनिरपेक्ष संविधान के साथ एक इस्लामी राष्ट्र है। इस्लामी कानून में शराब के सेवन को वर्जित किया गया है।
उन्होंने कहा कि यह लोगों की आजादी को सीमित करने का प्रयास नहीं है बल्कि यूरोपीय संघ की सदस्यता हासिल करने के उद्देश्य से उसके मानकों के अंतर्गत युवाओं की रक्षा के लिए शराब को प्रतिबंधित किया गया है। सत्ताधारी दल जस्टिस एंड डेवलपमेंट पार्टी के वर्ष 2002 में सत्ता पर काबिज होने के बाद से ही शराब के उपभोग को कम करने के लिए कई कड़े कदम उठाए गए हैं।
राष्ट्रपति के अनुमोदन से इस कानून के प्रभाव में आने के बाद शराब क ी बिक्री और प्रचार को बढ़ावा देने वाली शराब उत्पादक कम्पनियों पर प्रतिबंध लग जाएगा और शराबी खुलेआम शराब नहीं पी सकेंगे। हालांकि तुर्की के रूढिवादी दल के प्रधानमंत्री तैयप एरडोगन सरकार ने धर्मनिरपेक्ष ताकतों के आरोपों का खंडन किया है