वित्त मंत्रालय की ओर से मंगलवार को जारी बयान में कहा गया है कि संविधान के अनुच्छेद 148 ख्1, के तहत राष्ट्रपति ने शशिकांत शर्मा आइएएस को भारत का नियंत्रक-महालेखापरीक्षक नियुक्त किया है। रक्षा सचिव शशिकांत शर्मा को भारत का अगला नियंत्रक-महालेखापरीक्षक नियुक्त किया गया है। देश के सर्वाधिक चर्चित नियंत्रक-महालेखापरीक्षक ख्कैग, विनोद राय बुधवार को अवकाश ग्रहण करने जा रहे हैं।
लेकिन चलते-चलाते उन्होंने इसके अधिकारों का दायरा बढ़ाने का मुद्दा उछाल दिया। राय के अनुसार, सरकारी निजी भागीदारी ख्पीपीपी,, पंचायती राज और सरकारी फंड ले रहीं गैर सरकारी संस्थाओं ख्एनजीओ, को भी कैग के दायरे में शामिल किया जाना चाहिए। भारत के 11वें नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक विनोद राय का जन्म 23 मई 1948 को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर ख्मोहम्मदाबाद, में हुआ था। इस पद पर उनकी नियुक्ति 7 जनवरी, 2008 को हुई थी।
हाल ही में यूपीए-2 सरकार के कार्यकाल के दौरान लाखों करोड़ रुपये के 2जी स्पेक्ट्रम घोटाला एवं कोयला आवंटन घोटाला की सनसनीखेज रिपोर्टो के कारण वे चर्चा में आएं। दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज से अर्थशास्त्र में एमए करने के साथ ही विनोद राय ने हार्वर्ड विश्वविद्यालय से लोक प्रशासन में स्नातकोत्तर की उपाधि भी प्राप्त कर रखी है। 1972 बैच के आईएएस अधिकारी रहे विनोद राय इससे पूर्व कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर चुके हैं।
नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक ख्सीएजी, संस्थान 153 वर्ष का हो चुका है। इसकी स्थापना 1860 में हुई थी। सीएजी तीन तरह के लेखापरीक्षण करता है- वित्तीय, अनुपालन और निष्पादन। अधिकारियों के मुताबिक वित्त मंत्रालय ने 2006 में कहा था कि निष्पादन लेखापरीक्षण सीएजी के कार्यक्षेत्र में आते हैं और उन्हें दस्तावेज दिखाया जाना चाहिए।