एक आवासीय विद्यालय में छात्राओं के यौन उत्पीड़न का पर्दाफाश हुआ है। विद्यालय की संचालिका समेत चार कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार आगरा रोड पर आवासीय स्कूल में रह रही मूक बधिर छात्राओं से एक साल से हो रहे दुष्कर्म और यौन उत्पीड़न की जानकारी उस समय लगी, जब चालू शिक्षा सत्र समाप्ति पर मूक बधिर छात्राओं ने गांधी नगर स्थित समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित बालिका गृह पहुंचने पर काउंसलिग के दौरान आपबीती सुनाई।
उन्होंने बताया कि मामले की रिपोर्ट दर्ज होने के बाद एक स्वयंसेवी संगठन की ओर से चलाये जा रहे इस स्कूल की संचालिका अल्पना दसवानी, वार्डन अशोक, लिपिक सुरेश बैरवा और सहायक कर्मी गीता को पूछताछ करने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। इस मामले में और अभियुक्तों की गिरफ्तारी से इंकार नहीं किया जा सकता है।
सूत्रों के अनुसार पुलिस समाज कल्याण विभाग के उन अधिकारियों को भी जांच के घेरे में लेने पर गंभीरता से विचार कर रही है, जिसका कार्य आवासीय स्कूल के निरीक्षण का जिम्मा था।
उन्होंने शुरंआती जांच के हवाले से बताया कि पीड़िता बालिकाओं ने कई बार संचालिका को लिपिक सुरेश बैरवा और वार्डन अशोक द्वारा किये जा रहे यौन उत्पीड़न और दुष्कर्म की सूचना देने का प्रयास किया, लेकिन संचालिका जानबूझकर अनदेखा करती रही। पुलिस मामले की जांच कर रही है।