रोहतक में सतलोक आश्रम का विवाद रविवार को फिर भड़क गया था। पुलिस व ग्रामीणों के बीच हिंसक झड़प में पानीपत जिले के गांव शाहपुर निवासी संदीप (अध्यापक), रोहतक जिले के गांव करौंथा की प्रोमिला देवी और गांव बलियाणा के उदयवीर की मौत हो गई। तहसीलदार व महम थाना प्रभारी सहित 110 से ज्यादा लोग घायल हो गए।
आक्रोशित ग्रामीणों ने रोडवेज की तीन बसों, पुलिसकर्मियों की 26 मोटरसाइकिलों और एक एंबुलेंस को जला दिया। मीडियाकर्मियों के कैमरे भी तोड़ दिए। पथराव रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और हवाई फायर भी किए।
यूं चला रविवार का घटनाक्रम
6.00 बजे आर्य समाज के लोगों ने आश्रम के सामने हवन शुरू किया। पुलिस ने इसका विरोध किया। इससे मामला भड़क गया।
8.00 बजे आचार्य बलदेव को हिरासत में लेने से भीड़ ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। भीड़ आगजनी पर उतर आई।
10.20 बजे पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए फायरिंग की। पानीपत के संदीप को गोली लगी, जिससे उसने दम तोड़ दिया।
9.00 बजे रात में प्रदेश के डीजीपी एसएन वशिष्ठ रोहतक पहुंचे। उन्होंने मामले को निपटाने के लिए नए सिरे से रणनीति बनाई।आचार्य बलदेव के खिलाफ मामला दर्ज: हिंसक झड़प के बाद पुलिस ने आर्य प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष आचार्य बलदेव सहित कई समर्थकों को हिरासत में ले लिया है। पुलिस ने उनके खिलाफ हिंसा भड़काने का केस दर्ज कर लिया है।
रेपिड एक्शन फोर्स तैनात: प्रदर्शनकारियों व पुलिस के बीच शाम 7 बजे भी झड़प हुई। हालात बेकाबू हो जाने के बाद रेपिड एक्शन फोर्स की पांच कंपनियां तैनात की गई हैं। समाचार लिखे जाने तक रोहतक-झज्जर हाइवे पर जाम लगा था। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए प्रदेश के डीजीपी एसएन वशिष्ठ रोहतक पहुंच गए थे।