नतीजों की भूमिका - पिछले कुछ सप्ताह से बाजार बहुत तेजी से ऊपर जाता दिख रहा है। इसमें विदेशी बाजारों, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) तथा कई कंपनियों के उम्मीद से बेहतर नतीजों की बड़ी भूमिका रही है। - दीपेन शाह, प्राइवेट क्लाइंट ग्रुप रिसर्च प्रमुख, कोटक सिक्युरिटीज
एफआईआई का असर - दुनियाभर के कई प्रमुख बाजार इस वक्त रिकॉर्ड ऊंचे स्तर पर कारोबार कर रहे हैं। घरेलू बाजार का सकल रुख भी सकारात्मक है। बाजार में एफआईआई लगातार पूंजी लगा रहे हैं, जिससे निवेशकों का भरोसा बढ़ रहा है। - राकेश गोयल, सीनियर वाइस प्रेसिडेंट, बोनांजा पोर्टफोलियो लिमिटेड
नई दिल्ली/मुंबई - मार्च 2013 के इंडेक्स ऑफ इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन (आईआईपी) के बेहतर आंकड़ों ने इस वर्ष दूसरी बार बांबे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के 30-शेयरों वाले सेंसेक्स को 20,000 अंक के पार बंद होने में मदद की। ऑटो, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, एफएमसीजी और बैंकिंग स्टॉक्स में बेहतरीन खरीदारी के दम पर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50-शेयरों वाला निफ्टी इस वर्ष के ऊपरी स्तर पर बंद हुआ।
बीएसई में कारोबार की शुरुआत हालांकि सुस्त रही थी और यह एक छोटे दायरे में कारोबार करता रहा। लेकिन मार्च 2013 के आईआईपी आंकड़े आने के बाद इसने एकदम से छलांग लगाई। इस दौरान इंट्रा-डे में यह 20,119.14 अंक के ऊपरी स्तर तक गया।
हालांकि कारोबार के आखिर में यह 143.58 अंक यानी 0.72 फीसदी मजबूती के साथ 20,082.62 अंक के स्तर पर बंद होने में कामयाब रहा। इसी तरह सीएनएक्स निफ्टी भी 44.60 अंक यानी 0.74 फीसदी मजबूती के साथ 6,094.75 अंक के स्तर पर बंद हुआ, जो वर्ष 2013 में इसका ऊपरी स्तर है।
हालांकि आईआईपी आंकड़ों की ही बात करें, तो पूरे वित्त वर्ष (2012-13) के लिए आईआईपी आंकड़ा गिरकर एक फीसदी रह गया। वर्ष 1991-92 के बाद घरेलू आईआईपी का यह न्यूनतम स्तर है। लेकिन निवेशकों ने इसे नकारते हुए मार्च 2013 के आईआईपी आंकड़ों को ही तरजीह दी।
सप्ताह के आखिरी कारोबारी सत्र में शुक्रवार को आईटीसी, एचडीएफसी बैंक, टाटा मोटर्स, आईसीआईसीआई बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, मारुति सुजुकी तथा ओएनजीसी जैसे ब्लू चिप स्टॉक्स ने निवेशकों को आकर्षित किया।
जहां तक सेक्टोरल प्रदर्शन का सवाल है, तो ऑटो, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, एफएमसीजी व बैंकिंग सेक्टोरल को शुक्रवार के कारोबार में खासा फायदा हुआ। कारोबारियों का कहना था कि मार्च 2013 में आईआईपी 2.5 फीसदी पर रहा है, जिससे चालू वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) विकास दर छह फीसदी से आगे जाने की संभावनाएं काफी प्रबल हो गई हैं।
सेंसेक्स पिछले कई कारोबारी सत्रों से 20,000 अंक के आसपास कारोबार कर रहा था। दिन के कारोबार के बारे में कोटक सिक्युरिटीज के प्राइवेट क्लाइंट ग्रुप रिसर्च प्रमुख दीपेन शाह ने कहा कि पिछले कुछ सप्ताह से बाजार बहुत तेजी से ऊपर जाता दिख रहा है। इसमें विदेशी बाजारों, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) तथा कई कंपनियों के उम्मीद से बेहतर नतीजों की बड़ी भूमिका रही है।
वहीं, बोनांजा पोर्टफोलियो लिमिटेड के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट राकेश गोयल ने कहा कि दुनियाभर के कई प्रमुख बाजार इस वक्त रिकॉर्ड ऊंचे स्तर पर कारोबार कर रहे हैं। घरेलू बाजार का सकल रुख भी सकारात्मक है। बाजार में एफआईआई लगातार पूंजी लगा रहे हैं, जिससे निवेशकों का भरोसा बढ़ रहा है।
विदेशी संस्थागत निवेशकों ने गुरुवार को 662.88 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की खरीदारी की थी। इन निवेशकों ने चालू कैलेंडर वर्ष में भारतीय बाजार में अब तक 1,200 करोड़ डॉलर की रकम डाली है। जहां तक ग्लोबल बाजार का सवाल है, तो एशिया में जापान के बाजार पांच वर्षों के ऊंचे स्तर पर चले गए।
अधिकांश एशियाई बाजार शुक्रवार को ऊंचे स्तर पर बंद हुए। सिंगापुर, हांगकांग, जापान व चीन के बाजारों में 0.32-2.93 फीसदी मजबूती रही। यूरोपीय शेयर बाजार भी मजबूती के साथ खुले थे।फ्रांस, जर्मनी व ब्रिटेन के बाजार 0.40-0.62 फीसदी ऊंचे स्तर पर कारोबार कर रहे थे।
आज होगी स्पेशल ट्रेडिंग
बीएसई और एनएसई ने शनिवार को स्पेशल ट्रेडिंग आयोजित करने का फैसला किया है।यह कारोबार सुबह 11:15 बजे से दोपहर 12:45 बजे तक आयोजित किया जाएगा। इसके तहत दोनों शेयर बाजार अपने-अपने डिजास्टर रिकवरी सॉफ्टवेयर का परीक्षण करेंगे।