हेडली के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि भारत अपनी मांग को जारी रखेगा हालांकि हम समझते हैं कि अमेरिका को अपने कानूनी ढांचे के तहत काम करना है।
खुर्शीद ने कहा, 'यह निराशाजनक है, निश्चित तौर पर निराशाजनक है लेकिन हम समझते हैं कि उनका अपना कानूनी ढांचा है जिसका उन्हें पालन करना है। हम आशा करते हैं कि सुनवाई यहां हो लेकिन यह काम अमेरिका में हो रहा है।
विदेश मंत्री से अमेरिकी अटर्नी गैरी एस शपिरो के कल अदालत में दी गई उस गवाही के बारे में पूछा गया था जिसमें उन्होंने हेडली के प्रत्यर्पण से इनकार किया था।
भारत के 26/11 हमला मामले में हेडली को उसकी भूमिका के लिए दंडित करने को जरूरी बताते हुए उन्होंने कहा कि देश इस बात पर दृढ़ है कि हमले में शामिल लोगों को दंडित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह समझते हैं कि गृह मंत्री चाहते होंगे कि हम इस मांग को जारी रखें।
सईद पर पाकिस्तान के कार्रवाई नहीं करने और अमेरिका के लश्कर प्रमुख के विषय को सक्रियता से आगे नहीं बढ़ाने से निराश होने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि अमेरिका इस विषय को आगे बढ़ाएगा।