शिरोमणि अकाली दल के सदस्यों ने सुबह सदन की बैठक शुरू होते ही यह मामला उठाया। इसके जवाब में मुखर्जी ने कहा कि न केवल कश्मीर बल्कि पूरा देश सिख समुदाय के साथ है।
मुखर्जी ने कहा कि आतंकवादियों और चरमपंथियों का एक छोटा सा समूह सांप्रदायिक अशांति पैदा कर रहा है। उन्होंने कहा, 'मैं सदस्यों को आश्वासन दे सकता हूं कि इस प्रकार की घटनाएं दोबारा न हों, इसके लिए सरकार हर जरूरी कदम उठाएगी।'
इससे पूर्व सुबह सदन की बैठक शुरू होते ही शिरोमणि अकाली दल के सदस्य रतन सिंह अजनाला की अगुआई में अध्यक्ष की सीट के पास आकर यह मुद्दा उठाने लगे। इस पर अध्यक्ष मीरा कुमार ने उन्हें अपने स्थान पर जाकर अपनी बात रखने को कहा।
अजनाला ने यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि सिख समुदाय के 60 हजार लोग श्रीनगर में रहते हैं, लेकिन अब उन्हें धमकी दी जा रही है कि या तो इस्लाम धर्म अपना लो या घाटी छोड़ कर चले जाओ।
अजनाला ने कहा कि सिख बहादुर और देशभक्त कौम है, जिसने मुगलों के जमाने से लेकर आपातकाल तक संघर्ष किया है। उन्होंने कहा कि सिख समुदाय के लोग अपनी जान दे देंगे, लेकिन इस्लाम नहीं अपनाएंगे।