येचुरी ने कहा, 'मीडिया में आई खबरों पर यकीन किया जाए तो रेल मंत्री ने माओवादी नेता के मारे जाने के मामले में सरकार की अवहेलना की है और सरकारी एजेंसियों को हत्यारा बताया है। उन्होंने यह भी कहा है कि उन्हें माओवादियों के साथ जुड़ने का गर्व है। यह कैबिनेट मंत्री के तौर पर मिले अधिकारों का हनन है।'
बीजेपी के प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने भी ममता बनर्जी की निंदा की और कहा कि उन्होंने भी यह सुना है कि ममता ने माओवादी नेता आजाद के मारे जाने को लेकर सरकार के खिलाफ बयान दिए हैं।
ममता ने अपनी रैली में कहा था कि, 'जिस तरह आजाद को मारा गया, वह सही नहीं था और इसकी जांच होनी चाहिए।' बुधवार को ममता ने कहा कि उन्होंने यह बात कही थी और वह अपने बयान से पीछे नहीं हटेंगी।
ममता ने कहा, 'आजाद को मारने का तरीका सही नहीं था। स्वामी अग्निवेश ने आजाद को सरकार से बातचीत के लिए राजी कर लिया था। जो हुआ वह सही नहीं हुआ। मुझे लगता है कि माओवादियों से बातचीत के लिए प्रक्रिया शुरू की जानी चाहिए।'
गौरतलब है कि सुरक्षाबलों ने 2 जुलाई को आजाद को आंध्र प्रदेश के आदिलाबाद जिले में एनकाउंटर में मार दिया था। आजाद माओवादियों का प्रवक्ता था।