हादसे के समय सरस्वती शिशु मंदिर में पढ़ाई हो रही थी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बागेश्वर से फोन पर बताया कि स्कूल की इमारत पुरानी थी और वह बादल फटने और भूस्खलन का असर नहीं झेल पाई। उन्होंने बताया, राहत दल सहायता कार्यों में जुटे हुए हैं और और राहत व बचाव कार्य जारी हैं।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पांच बच्चों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक के अनुसार हादसा सुबह करीब साढ़े नौ बजे हुआ। बादल फटने से हुई मूसलाधार बारिश में सरस्वती शिशु मंदिर की इमारत ढह जाने से बच्चों मलबे में फंस गए। उन्होंने बताया कि कुछ शव बरामद किए जा चुके हैं जबकि कुछ के अभी तक दबे होने की आशंका है।
निशंक ने बताया कि राहत और बचाव कार्य जारी है लेकिन भारी बारिश के कारण इसमें बाधा आ रही है।
इस बीच उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी ने बातचीत में कहा, भारी नुकसान हुआ है लेकिन मासूम बच्चों की मौत से ज्यादा खराब और कुछ नहीं हो सकता। ये उनके परिवारों के लिए अपूर्णीय क्षति है।