कांग्रेस नेता, राज्य सभा के पूर्व सदस्य और फिलहाल रांची में होने जा रहे नैशनल गेम्स की ऑर्गनाइजिंग कमिटी के चेयरमैन आर. के. आनंद ने कलमाड़ी को लिखे पत्र में नैशनल गेम्स के लिए खरीदे जाने वाले सामान में हुई धांधली का आरोप लगाया है। आनंद के अनुसार, झारखंड ओलिंपिक असोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी एस. एम. हाशमी ने कलमाड़ी के कहने पर कई ऐसी कंपनियों से सामान खरीदा गया जो महंगा सामान बेच रही थीं। अगर इन आरोपों की तह तक जाएं तो संभव है, कॉमनवेल्थ गेम्स से जुड़े तमाम मामलों पर मुसीबत में फंसे हुए कलमाड़ी के लिए और दिक्कत पैदा हो जाएं।
टाइम्स ऑफ इंडिया की अब तक की जांच में सामने आए सबूतों में नैशनल गेम्स से जुड़े टेंडर्स के बंटवारे और सामान की खरीद में कई तरह की धांधलियों का हवाला है।
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पिछले साल के आखिरी में हुए ऑडिट में भयंकर गड़बड़ियों का खुलासा हुआ। गेम्स के लिए खरीदे गए इलेक्ट्रॉनिक सामान जैसे कलर स्कोर बोर्ड आदि में कई तरह की गड़बड़ियां पाई गईं। हमारी जांच में सामने आया है कि 61 आइटम्स की खरीद के लिए केवल दो कंपनियों की ओर से ही बोलियां लगाई गईं जबकि इसके लिए इंडियन ओलिंपिक असोसिएशन (आईओए) की ओर से तीन कंपनियों के नाम तय किए गए थे। ये तीन कंपनियां थीं- फिनिश लाइनैक्स, ओमेगा और ऐबसन ऑप्टो टेक। यहां बता दें कि आईओए के चेयरमैन भी सुरेश कलमाड़ी ही हैं।
खरीदे जाने वाले सामानों की सूची में से एक सामान के लिए जहां शिव नरेश स्पोर्ट्स ने 94. 38 लाख रुपए की कीमत प्रस्तावित की थी वहीं जेम इंटरनैशनल ने 124. 94 लाख रुपए की कीमत प्रस्तावित की थी। अब इस सामान को खरीदने के लिए नियमानुसार शिव नरेश स्पोर्टस को ठेका मिलना चाहिए था, लेकिन मिला जेम इंटरनैशनल को। नियम के अनुसार, सबसे कम कीमत पर सामान बेचने वाले से सामान खरीदा जाना चाहिए।
ऑडिट में ऐसी कई गड़बड़ियों की ओर इशारा किया गया है। ऑडिटर्स का कहना है, 'यह सब जनता के पैसे के दुरुपयोग और देश की अर्थव्यवस्था को बुरी तरह से नुकसान पहुंचाने वाला रहा।'
आनंद के अनुसार, झारखंड ओलिंपिक असोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी एस. एम. हाशमी ने कलमाड़ी के कहने पर जेम इंटरनैशनल से डील करने की सिफारिश की थी। आनंद ने यह पत्र 4 अगस्त को कलमाड़ी को लिखा है। पत्र में कलमाड़ी पर नैशनल गेम्स के लिए हुईं खरीद फरोख्त को प्रभावित करने का आरोप लगाया गया है। आनंद ने लिखा है, 'हाशमी को पता था उन्हें क्या करना है। उन्हें श्री सुरेश कलमाड़ी द्वारा एक सूची पकड़ाई गई थी जिस पर डिस्कशन के बाद खास तरह के उपकरण खरीदने का निर्देश था।'
आर. के. आनंद का आरोप है कि आईओए की एग्ज़ेक्युटिव बॉडी मीटिंग के पास ऐसा कोई ऑफिशल रिकॉर्ड नहीं मिलता है जिससे एक खास कंपनी का सामान खरीदने का फैसला लिया गया हो। आनंद ने कलमाड़ी से पूछा है कि वह इन बारे में अपना पक्ष स्पष्ट करें।
वैसे बता दें कि रांची में होने जा रहे नैशनल गेम्स की तारीखें कई बार टाली गईं और आखिर में इस साल के अंत में इन गेम्स के आयोजन का फैसला लिया गया।