Sunday, February 23, 2025
No menu items!
Google search engine
Homeतेलंगानापरीक्षा पे चर्चा 2025 एक "जन आंदोलन" 

परीक्षा पे चर्चा 2025 एक “जन आंदोलन” 

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा परीक्षा पे चर्चा (पीपीसी), परीक्षा से जुड़े तनाव को सीखने के उत्सव में बदलने की पहल है। इसके 8वें संस्करण में अभूतपूर्व वृद्धि देखी गई। वर्ष 2018 में परीक्षा पे चर्चा एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन के रूप में विकसित हुआ है, जिसने वर्ष 2025 में अपने 8वें संस्करण के लिए 3.56 करोड़ पंजीकरण प्राप्त किए हैं। ये 7वें संस्करण में 2.26 करोड़ पंजीकरण हुए थे, जो 1.3 करोड़ पंजीकरणों की उल्लेखनीय वृद्धि को दर्शाता है।

परीक्षा पे चर्चा न केवल एक लोकप्रिय कार्यक्रम बन गया है, बल्कि यह एक “जन आंदोलन” में भी बदल गया है। यह पूरे देश में छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के साथ गहराई से जुड़ गया है। परीक्षा के तनाव को दूर करने और छात्रों को परीक्षाओं को एक त्योहार – “उत्सव” के रूप में देखने के लिए प्रोत्साहित करने पर इस पहल का ध्यान सभी क्षेत्रों के लोगों पर पड़ा है। परीक्षा पे चर्चा में अधिकतम भागीदारी मानसिक स्वास्थ्य और समग्र शिक्षा के महत्व के बारे में बढ़ती जागरूकता और स्वीकृति को दर्शाती है। कार्यक्रम का इंटरैक्टिव प्रारूप, जिसमें छात्रों, शिक्षकों और प्रधान मंत्री के बीच खुला संवाद शामिल है, ने इसकी सफलता में और योगदान दिया है।

परीक्षा पे चर्चा को “जन आंदोलन” के रूप में और मजबूत करने के लिए, 12 जनवरी 2025 (राष्ट्रीय युवा दिवस) से 23 जनवरी 2025 (नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती) तक स्कूल स्तर पर कई आकर्षक गतिविधियाँ आयोजित की गईं। राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में आयोजित इन गतिविधियों का उद्देश्य छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों को परीक्षा पे चर्चा को एक उत्सव के रूप में मनाने में शामिल करना था। कुल 1.42 करोड़ छात्र, 12.81 लाख शिक्षक और 2.94 लाख स्कूलों ने भाग लिया। ये गतिविधियाँ तनाव को कम करने, ध्यान केंद्रित करने और परीक्षा के दौरान और उसके बाद प्रदर्शन को बढ़ाने के लिए डिज़ाइन की गई थीं। छात्रों को खो-खो और कबड्डी जैसे स्वदेशी खेलों, छोटी दूरी की मैराथन, रचनात्मक मीम कम्‍पिटिशन, आकर्षक नुक्कड़ नाटक प्रदर्शनों और आकर्षक पोस्टर बनाने सहित विविध प्रकार की गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया गया। उन्हें छात्र प्रशंसापत्रों के माध्यम से अपने अनुभव साझा करने, छात्र-नेतृत्व वाली चर्चाओं में भाग लेने और विश्राम और मन की शांति विकसित करने के लिए योग और ध्यान सत्रों में शामिल होने के लिए भी प्रोत्साहित किया गया। स्कूलों ने विद्यार्थियों द्वारा विकसित नाटकों का आयोजन किया, कार्यशालाएं आयोजित कीं तथा अपने विचार साझा करने के लिए विशेष अतिथियों को आमंत्रित किया।

इन गतिविधियों के समापन पर, वीरता और बलिदान की शानदार प्रेरणादायक कहानियों की स्क्रीनिंग करते हुए, 23 जनवरी 2025 को “भारत हैं हम” श्रृंखला आयोजित की गई। इसके बाद, देश भर के 567 केंद्रीय विद्यालयों में “भारत हैं हम” श्रृंखला पर आधारित एक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित की गई। कुल 55,961 छात्रों ने भाग लिया, जिनमें केंद्रीय विद्यालयों से 17,408, जवाहर नवोदय विद्यालयों से 4,567, पीएम श्री स्कूलों से 5,542, सीबीएसई से संबद्ध स्कूलों से 18,394 और राज्य बोर्ड के स्कूलों से 10,050 छात्र शामिल थे। विजेताओं को पुरस्कार दिए गए। सभी प्रतिभागियों को प्रधानमंत्री द्वारा लिखित पुस्तक “एग्जाम वॉरियर्स” की एक प्रति दी गई। इस पहल ने न केवल छात्रों के ज्ञान का परीक्षण किया, बल्कि “भारत हैं हम” श्रृंखला के माध्यम से दिए गए मूल्यवान सबक को भी आत्‍मशात किया।

परीक्षा पे चर्चा 2025 एक बार फिर शानदार सफल साबित हुई है, जिसने पूरे भारत में छात्रों के लिए सकारात्मक और सहायक शिक्षण वातावरण को बढ़ावा देने में एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में अपनी स्थिति मजबूत कर ली है।

RELATED ARTICLES

1 COMMENT

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments