मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह करेंगे दो दिवसीय कार्यक्रम का उद्घाटन
सेवा वितरण रणनीतियों को बेहतर बनाने के लिए उभरती प्रौद्योगिकियों पर होगी चर्चा
गुजरात की सर्वोत्तम शासन विधियों पर केंद्रित दो विशेष सत्र
गुजरात सरकार के सहयोग से प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग (डीएआरपीजी) द्वारा आयोजित सुशासन पर राष्ट्रीय सम्मेलन 30.01.25 को गांधीनगर में शुरू होगा। गुजरात के माननीय मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल और माननीय केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह दो दिवसीय कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे, और उद्घाटन सत्र के दौरान मुख्य भाषण देंगे।
सम्मेलन में छह केंद्रित सत्र शामिल हैं जो सार्वजनिक सेवा वितरण को मजबूत करने के उद्देश्य से नवीन शासन प्रणालियों और उभरती तकनीकों की तलाश करेंगे। उक्त सत्र 30 विशिष्ट वक्ताओं, जिनमें वरिष्ठ अधिकारी, जिला कलेक्टर और पुरस्कार विजेता चिकित्सक शामिल हैं, को अंतर्दृष्टि और केस स्टडी साझा करने के लिए एक मंच प्रदान करेंगे। दो सत्र विशेष रूप से गुजरात की अग्रणी ई-गवर्नेंस पहलों को समर्पित हैं।
सम्मेलन में ई-जर्नल एमजीएमजी का शुभारंभ किया जाएगा, जो प्रतिष्ठित राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस पुरस्कार 2024 के लिए शॉर्टलिस्ट की गई पहलों पर प्रकाश डालता है, और एससीआई पोर्टल का अनावरण किया जाएगा।
इस राष्ट्रीय सम्मेलन का पहला सत्र “नागरिक केंद्रित सेवाएं प्रदान करने के लिए डिजिटल परिवर्तन/उभरती प्रौद्योगिकियों के लिए सरकारी प्रक्रिया पुनर्रचना” पर होगा, जिसकी अध्यक्षता भारतीय लोक प्रशासन संस्थान के महानिदेशक डॉ. एस.एन. त्रिपाठी करेंगे।
इसके बाद, अपर सचिव, डीएआरपीजी श्री पुनीत यादव और संयुक्त सचिव, डीएआरपीजी श्रीमती सरिता चौहान द्वारा क्रमशः प्रधानमंत्री पुरस्कार, 2024 और ई-गवर्नेंस पर राष्ट्रीय सम्मेलन पर एक संक्षिप्त प्रस्तुति दी जाएगी।
“ई-गवर्नेंस में जिला स्तर की पहल” विषय पर हो रहे दूसरे सत्र में सर्वोत्तम प्रथाओं पर विचार-विमर्श होगा। इस सत्र की अध्यक्षता श्रीमती सरिता चौहान करेंगी। “गुजरात सरकार की सर्वोत्तम प्रथाएं” विषय पर आयोजित तीसरा सत्र श्री मोना खंधार, पीएस (डीएसटी) की अध्यक्षता में होगा।
राष्ट्रीय सम्मेलन के दूसरे दिन, सुश्री जयंती एस रवि, एसीएस (राजस्व), सत्र – IV की अध्यक्षता करेंगी, जिसका विषय होगा “नागरिक के लिए डिजिटल परिवर्तन में उभरती प्रौद्योगिकियां”। वहीं सत्र V में, श्री एम.के. दास, एसीएस (गृह), “डिजिटल परिवर्तन के लिए सरकारी प्रक्रिया पुनर्रचना (केंद्रीय स्तर की पहल)” पर चर्चा की अध्यक्षता करेंगे। श्री मुकेश कुमार, एसीएस (शिक्षा), समापन सत्र से पहले अंतिम सत्र की अध्यक्षता करेंगे, जिसका विषय होगा, गुजरात सरकार की सर्वोत्तम प्रथाएं (II)।
सम्मेलन में सर्वोत्तम प्रथाओं के प्रतिनिधियों द्वारा प्रस्तुतियां भी होंगी, जिसमें चुनिंदा सरकारी योजनाओं के तहत प्राप्त किए गए परिवर्तनकारी बदलावों पर प्रकाश डाला जाएगा।
सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य लोक प्रशासन में अनुभवों और नवाचारों का आदान-प्रदान करने के लिए राष्ट्रीय और राज्य स्तर के लोक प्रशासन संगठनों को एक साथ लाना है। यह ई-गवर्नेंस, डिजिटल परिवर्तन और सुशासन प्रथाओं पर चर्चा को बढ़ावा देना चाहता है, जिससे सफल पहलों का व्यापक प्रसार और संभावित पुनरावृत्ति सुनिश्चित हो सके। राज्य के प्रतिनिधि, जिनमें डीएम और डीसी शामिल हैं, शासन में अपनी उपलब्धियों को प्रदर्शित करने वाले केस स्टडी प्रस्तुत करेंगे।