(चन्दन कुमार, नई दिल्ली)
आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविन्द केजरीवाल ने अपने जेल यात्रा के बाद, दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया था और यह घोषणा किया था कि- मेरे ऊपर लगे भ्रष्टाचार्य के आरोप का जबाब दिल्ली की जनता देगी ! इसके लिए आम आदमी पार्टी के तरफ से एक कैंपेन भी चलाया गया ! जेल का जबाब वोट से ! अब विधानसभा चुनाव मे दिल्ली की जनता ने केजरीवाल जी के शब्दों मे अपना जबाब अपने बहुमल्य वोटों से दे दिया है ! जिसमे आम आदमी पार्टी को सत्ता से बाहर कर भाजपा को चुना है ! केजरीवाल का यह भावनात्मक दांव उनको पूरी तरफ से विफल कर दिया है ! यहां तक कि आम आदमी पार्टी के लगभग सभी दिग्गज जो पूरे चुनाव मे पार्टी के कमान संभाले हुए थे सभी चारों खाने चित हो गए है !
इस तरह से अरविन्द केजरीवाल और उनकी टीम जो भ्रष्टाचार्य को समाप्त करने के लिए निकली थी ! वो खुद ही भ्रष्टाचार्य के आरोपी बन गई और आज उसका बड़ा खामियाजा भी भुगतना पड़ा है ! आम आदमी पार्टी के लगभग सभी बड़े नेता खुद ही भ्रष्टाचार्य के आरोप मे जेल चले गए थे ! जिन-जिन नेताओ पर भ्रष्टाचार्य के आरोप लगे है वो सभी लोग चुनाव मे परास्त हो गए है ! जिससे एक बात तो स्पष्ट हो गई है कि दिल्ली की जनता भ्रष्टाचार्य के आरोपी नेताओ को स्वीकार नहीं की है !
इसबार के चुनाव मे यह भी जनता ने स्पष्ट कर दिया कि फ्री सेवाओ से ज्यादा अहमियत बुनियादी सेवाओ का होता है ! आम आदमी पार्टी के तरफ से चुनाव के दौरान बार बार दिल्ली की जनता को फ्री सुविधाओ का याद दिलाया जाता था ! जैसे कि- फ्री बस, फ्री बिजली, फ्री पानी इत्यादि ! जबकि भाजपा के तरफ से दिल्ली के बुनियादी मुद्दे जैसे कि- पानी, सड़क, वायु , यमुना नदी, दिल्ली की साफ सफाई इत्यादि पर ज्यादा जोर दिया गया ! अंततः दिल्ली की जनता ने फ्री सेवा को ठुकराकर बुनियादी सुविधाओ पर अपना मुहर लगा दिया है ! इसबार के विधानसभा चुनाव मे केजरीवाल के ऊपर से लोगों का भरोसा बिल्कुल उठ चुका है ! अब चुनाव के पश्चयात देखना यह होगा कि क्या केजरीवाल के टीम मे भी बड़ा बिखराव होगा ! क्योंकि आम आदमी पार्टी को जिन लोगों ने मिलकर खड़ा किया था ! उसमे से बहुत से लोग पहले ही बिखर चुके है ! आज की आम आदमी पार्टी केवल केजरीवाल जी के अधिपथ्य की पार्टी बन के रह गई है ! उसके कई पुरोधाओ को अपना प्रभुत्व विरोधी मानकर पहले ही किनारा लगाया जा चुका है ! अब सवाल ये भी बनता है कि क्या केजरीवाल टीम के पुराने सदस्यों को बिखरने के कारण ही आप की ये दुर्गति हुई है ? या कोई अन्य कारण हो सकता है ! जो अरविन्द केजरीवाल पूरे देश मे यह दंभ भरते थे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कोई हरा सकता है तो वो आम आदमी पार्टी है पर आज हालात ये है कि केजरीवाल अपना खुद का सीट नहीं बचा पाए है !