अजमेर डूमाड़ा। अखिल भारतीय मेघवंश महासभा नई दिल्ली की आम सभा रविवार को श्री स्वामी गोकुल दास प्राच्य विद्या संस्थान, गोकुलधाम, अलख स्थान डुमाड़ा(अजमेर) के परिसर में हजारों समाज बंधुओं के सानिध्य में हुई। सभा में गोकुलधाम अलख स्थान डूमाड़ा के पीठाधीश्वर रमेश दास महाराज मुख्य अतिथि रहे। अध्यक्षता जयराम कला ने की। विशिष्ट अतिथि भीलवाड़ा से रोशन मेघवंशी रहे।
वहीं मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. महेन्द्र मेघवंशी मौजूद थे।
संस्थान अध्यक्ष घनश्याम दास मेघवंशी ने स्वामी गोकुलदास जी महाराज और स्वामी सेवादास जी महाराज के जीवन पर प्रकाश डाला। सभा में सर्वसम्मति से राष्ट्रीय, प्रदेश और अजमेर जिला कार्यकारिणी का मनोनयन निर्विरोध किया गया। राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर फिर से डॉ. महेंद्र मेघवंशी को चुना गया।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी में रोशन मेघवंशी उपाध्यक्ष, रामावतार काला महामंत्री, जीवन राम मेघवंशी राष्ट्रीय संयोजक, भंवरलाल लुवा कोषाध्यक्ष, गिरधारी लाल मेघवाल संगठन मंत्री, सूरमा राम कतिरिया सहसंगठन मंत्री, राजेंद्र सिंह चुरली यूथ अध्यक्ष, युधिष्ठर कोटा राष्ट्रीय सचिव, एडवोकेट अशोक मेघवंशी विधि सलाहकार और अशोक परिहार राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाए गए।
प्रदेश कार्यकारिणी में भिनाय जावला के कैलाश मेघवंशी प्रदेशाध्यक्ष, गोपाल परिहार उपाध्यक्ष, रमेश जोधावत महामंत्री नियुक्त हुए। अजमेर जिला कार्यकारिणी में मोहमी के कैलाश मेघवंशी अध्यक्ष, महावीर महामंत्री और कमल किशोर यूथ अध्यक्ष बनाए गए।

डॉ. गुरु प्रसाद ऋषि ने बताया कि महासभा समाज में समरसता बढ़ाने के साथ ‘मेघवंशी’ नाम को राजस्थान की अनुसूची में शामिल करवाने के लिए राष्ट्रीय महासभा के पदाधिकारियो के साथ सरकार से जल्द वार्ता करेगी। हथकरघा उद्योग को आधुनिक रूप देने के लिए युवाओं को राजस्थान अनुसूचित जाति वित निगम से सहायता दिलवाई जाएगी। महिला स्वयं सहायता समूहों और समाज के जरूरतमंदों के लिए रोजगार मेलों का आयोजन किया जाएगा।
सभा में स्वामी गोकुलदास जी महाराज की जयंती को 27 फरवरी राष्ट्रीय स्तर पर मनाने का संकल्प लिया गया। राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. महेंद्र मेघवंशी ने बताया कि महासभा का पंजीकरण वर्ष 2016-17 में हुआ था। उन्होंने समाज से स्वामी गोकुलदास जी महाराज के पदचिन्हों पर चलने की आह्वान किया। साथ ही अगले एक वर्ष में सामाजिक कार्यों को पूरा करने की प्रतिबद्धता जताई। इनमें प्रमुख रूप से ‘मेघवंशी’ नाम को केन्द्र और राज्य की अनुसूची में शामिल करवाना शामिल रहेगा और समाज के भवनों के लिए जयपुर और दिल्ली में रियायत दर पर जमीन खरीदने के प्रयास किया जाएंगे।