डीडीए ऑफिस ने चीफ विजिलेंस ऑफिसर के सर्कुलर का हवाला दिया। इस नए सर्कुलर (एनबीटी के पास इसकी कॉपी है) में कहा गया है कि विजिलेंस सेल को कई शिकायतें मिली हैं कि डीडीए साइट में डीडीए अधिकारियों की मदद से टैंट माफियाओं का कब्जा होता है, जिससे आम लोगों को साइट नहीं मिल पाती। इसलिए इसमें सुधार के लिए कुछ कदम उठाए जा रहे हैं ताकि आम लोग कम चार्ज में मिलनी वाली डीडीए की साइट का इस्तेमाल करने से वंचित ना रहे। टेंट माफियाओं पर लगाम के नाम पर यह सब किया जा रहा है लेकिन हकीकत में टेंट माफिया अब भी डटे हुए हैं। डीडीए की कई साइटों पर अभी भी टेंट गढ़े हैं जबकि यह शादी का सीजन भी नहीं है।
क्या है सर्कुलर में: बाकी नियम तो आम लोगों के हित में हैं वहीं सिक्युरिटी डिपॉजिट बढ़ाकर आम आदमी की पहुंच से डीडीए साइट दूर हो रही है। सर्कुलर में कहा गया है कि पीतमपुरा में डीडीए की दो साइट सहित सभी प्राइम साइट में बुकिंग के लिए 1 लाख रुपये सिक्युरिटी डिपॉजिट लिया जाए और बाकी साइट में 50 हजार रुपये। बुकिंग के लिए एप्लिकेशन फॉर्म में फंक्शन की डेट दी जाए। बैंक अकाउंट की डिटेल दी जाए और डिमांड ड्राफ्ट आवेदक के अकाउंट से ही स्वीकार किया जाएगा।
हर महीने की बुकिंग डिटेल सीवीओ को भी भेजी जाए ताकि वह इनकम टैक्स अथॉरिटी और सर्विस टैक्स डिपार्टमेंट की भेजी जा सके। बुकिंग की कॉपी एरिया के डीसीपी को भी भेजी जाए ताकि वह नजर रख सकें कि बुकिंग के हिसाब से ही फंक्शन हो रहा है। फंक्शन से 7 या 10 दिन पहले तक ही बुकिंग ली जाए। फंक्शन में कितने मेहमान आएंगे इसका अनुमान भी आवेदक से लिया जाए।