18/09/2012 भाजपा कार्यकर्ता 100 स्थानों पर सरकार के पुतले फूंकेंगे, एफडीआई, रसोई गैस, डीजल, बिजली के मुद्दों को लेकर 20 सितम्बर को दिल्ली महाबंद
नई दिल्ली, 17 सितम्बर। मल्टीब्रांड रिटेल में 51 प्रतिषत विदेषी निवेष (एफडीआई) की छूट देने, रसोई गैस, डीजल के दाम बढ़ाने, दिल्ली में बिजली के दामों में अप्रत्याषित वृद्धि के जानलेवा फैसलों के विरोध में भाजपा ने 20 सितम्बर को भारत बंद का निर्णय किया है। इस दिन दिल्ली के सभी औद्योगिक-व्यापारिक प्रतिश्ठान बंद रहेंगे। यह जानकारी देते हुए भाजपा दिल्ली प्रदेष अध्यक्ष श्री विजेन्द्र गुप्ता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रो. विजय कुमार मल्होत्रा ने बताया कि इन खतरनाक फैसलांे से कांग्रेस सरकार के खतरनाक इरादों की झलक मिलती है। 20 सितम्बर को भाजपा के राश्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी, एनडीए संयोजक षरद यादव, मुख्तार अब्बास नकवी, विजेन्द्र गुप्ता और प्रो. विजय कुमार मल्होत्रा करोल बाग में व्यापारियों की सभा को सम्बोधित करेंगे।
श्री गुप्ता ने बताया कि भारत विरोधी विदेषी षक्तियों और विदेषी बहुराश्ट्रीय कम्पनियों की नजर देष के 120 करोड़ नागरिकों की जेब पर है। वे देष के समस्त खुदरा व्यापार, जोकि इस समय 450 अरब डॉलर है, पर पूरी तरह कब्जा करना चाहती हैं। इस फैसले का असर प्रत्यक्ष रूप से देष के 15 करोड़ खुदरा व्यापार से जुड़े लोगों पर पड़ेगा। वे बेरोजगार हो जायेंगे। दूरसंचार, वाहन उद्योग, बीमा क्षेत्र, श्रमिक क्षेत्र, खेती-किसानी, वेयर हाउसिंग आदि पर भी इसके विपरीत परिणाम होंगे। वॉलमार्ट, टेस्को, कैरफोर, मैट्रो एजी आदि विष्व कुख्यात कम्पनियों के भारत प्रवेष से खुदरा व्यापार से जुड़े करोड़ों लोगों की रोजी-रोटी समाप्त हो जाएगी। इससे देष में अराजकता फैलेगी जिसकी जिम्मेदार मौजूदा मनमोहन सरकार होगी।
दोनों नेताओं ने दिल्ली के सभी उद्यमियों, व्यापारियों, दैनिक वेतनभोगियों और दिल्ली के 2 करोड़ नागरिकों से अपील की है कि 20 सितम्बर को वे एफडीआई, रसोई गैस, डीजल, बिजली आदि मुद्दों को लेकर अपने गुस्से का इजहार अपना कारोबार बंद रखकर करें। इस दिन भाजपा राजधानी के 100 प्रमुख स्थानों पर सरकार के पुतले फूंकेगी। दिल्ली में जगह-जगह प्रदर्षन होंगे। भाजपा कार्यकर्ता दिल्ली के हर गली-कूचे, हर घर तक जाकर कांग्रेस के क्रूर और तानाषाह फैसलों के दूरगामी दुश्परिणामों की जानकारी लोगों को देंगे।
श्री गुप्ता और प्रो. मल्होत्रा ने बताया कि विष्व में मॉलों का कल्चर समाप्ति की ओर है। स्थिति इतनी खराब है कि अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, इटली, आस्ट्रेलिया, स्पेन, स्वीडन आदि विकसित देषों में वॉलमार्ट और टैस्को के अनेक रिटेल स्टोर बंद हो गए हैं। ब्रिटेन में इन कम्पनियों के बड़े स्टोर्स का खुदरा व्यापारी संगठित होकर विरोध कर रहे हैं। ऐसे समय में भारत में मल्टीब्रांड रिटेल में 51 प्रतिषत एफडीआई की मंजूरी चोर दरवाजे से देना एक विवादास्पद फैसला है। सरकार को अपने इस निर्णय को तुरन्त वापस लेना चाहिए। भाजपा ने एफडीआई, रसोई गैस, डीजल, बिजली, पानी आदि मुद्दों को लेकर सड़क से लेकर संसद तक संघर्श करने का फैसला किया है। या तो सरकार अपने फैसलों को वापस ले या फिर गद्दी छोड़ दे।
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