14/09/2012 रसोई में लगी आग और सुलगाएगा डीजल
नई दिल्ली ।। डीजल के दामों में पांच रुपये की बढ़ोतरी का असर घर की रसोई पर भी पड़ने वाला है। डीजल के दाम बढ़ते ही ट्रकों से ढुलाई महंगी हो जाएगी। राजधानी में सब्जियों , फलों आदि की ढुलाई ट्रकों और कमर्शल वाहनों से होती है और ये डीजल से ही चलते हैं। डीजल के दामों में बढ़ोतरी को लेकर आजादपुर सब्जी मंडी के कारोबारी खासे विचलित हो गए हैं। उनका कहना है कि समुचित बारिश न होने के कारण फलों व सब्जियों के दामों में वैसे ही लगातार बढ़ोतरी हो रही है ,
अब डीजल के दाम इसमंे और आग लगाएगी। उनका कहना है कि डीजल के दाम बढ़ते ही महंगाई बढ़ने का सर्कल शुरू हो जाता है। ट्रकों से आने वाली सब्जियों व फलों की ढुलाई तो महंगी होगी ही , साथ ही मंडी में आने वाले कारोबारियों को अपने वाहनों पर भी ज्यादा खर्च करना होगा या मंडी आने - जाने के लिए ज्यादा दाम चुकाने होंगे। इन सबका असर सब्जियों व फलों के दामों पर पड़ेगा। वैसे कारोबारी मान रहे हैं कि सरकार डीजल के दामों में दो - एक रुपये की कमी कर देगी , ताकि लोगों में आक्रोश कम हो जाए। लेकिन सरकार के इस निर्णय से बढ़ती महंगाई पर रोक लगने की संभावना कम ही है।
जब सब्जियों और फलों के दामों में इजाफा होगा , तो उसका सीधा असर घर की रसोई पर भी पड़ेगा। इस मामले में एनबीटी ने कई महिलाआंे से बात की। वे इस बात से खफा हैं कि सरकार बढ़ती महंगाई पर लगाम लगाने में गंभीरता तो दिखा नहीं रही है , इसके उलट डीजल के दामों में इजाफा कर उनके घर का बजट और बिगाड़ने की तैयारी कर ली गई है। उनका कहना है कि जब मंडियों में ही सब्जियों और फलों के दाम बढ़ जाएंगे तो उनके घर के आसपास के बाजारों , मार्केट में भी इनके दाम बढ़ जाएंगे। इतना नहीं रेहड़ी - ढेलांे पर भी सब्जी बेचने वाले लोग दामों में इजाफा कर देंगे।
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