राजनीति को समाज सेवा का माध्यम मानने वाली श्रीमती मिश्रा ने कहा कि आज राजनीतिक में भ्रष्टाचार को बहुत बढ़ावा मिला। और ऐसा नहीं है कि कोई एक या दो राजनैतिक पार्टियों में ही भ्रष्टाचार है, सभी पार्टियों में भ्रष्टाचार व्यापक व्यापक रूप से अपनी जडें मजबूत कर चुका है। उन्होंने कहा इस बार के नगर निगम चुनावों में शामिल है। पार्टी ने टिकट जिसमें कांगे्रस की योग्य उ मीदवार को देने के बताय उन उ मीदवारों को बाकायदा बेच दिए जो आर्थिक रूप से समक्ष थे।
देश में विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली कांगे्रस पार्टी की छवि कुछ भ्रष्टाचारी नेताओं के कारण धूमिल होती जा रही है। इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है। कि भ्रष्टाचार जिस तरह देश की राजनीति में गहरे तक अपनी जमा चुका है। उससे कांग्रेस पार्टी भी अपूर्ती नहीं रह गयी है। इस बार के निगम चुनावों में कांगे्रस पार्टी ने जिन्हें टिकटे बेची हैं वे योग्य नहीं है। जैसे की ताकत पर उन्होंने टिकट खरीदा को चुनाव में जीत भी गए लेकिन ऐसे उ मीदवार जनता की सेवा करने से वंचित रह गए जो योग्य थे और क्षेत्रवासियों की समस्याओं से भली-भांति वाकिफ थे।
पैसे के बस पर निगम में पद पर आसीन कांगे्रसी जनप्रतिनिधियों को जब क्षेत्रवासियों की मूल ाूत समस्याओं की जानकारी ही नहीं है, तो वे क्या उनकी समस्याओं का समाधान करेंगे।