04/09/2012 मुलायम के विरोध के बावजूद प्रमोशन में आरक्षण बिल को मंजूरी
सरकारी नौकरियों में प्रमोशन में आरक्षण बिल को कैबिनेट ने हरी झंडी दे दी है। बसपा, भाजपा ने जहां इस फैसले का स्वागत किया है वहीं सपा इसके विरोध में खुलकर सामने आ गई है। सरकार के इस फैसले से अनुसूचित जाति (एससी) और जनजाति (एसटी) के लोगों को फायदा मिलेगा जबकि सामान्य वर्ग के लोगों को इससे निराशा होगी।
मायावती ने विधेयक को पारित कराने में सभी राजनीतिक दलों खासकर राजग के सभी घटक दलों से सहयोग करने की अपील की है। मायावती ने कहा कि उनकी पहल पर कैबिनेट ने प्रमोशन में आरक्षण देने पर सहमति प्रदान कर दी है। अब सभी राजनीतिक दलों की जिम्मेदारी है कि इस विधेयक को संसद में पारित कराने में मदद करें। इस बिल का सर्वदलीय बैठक में मुलायम सिंह यादव ने विरोध किया था, जबकि मायावती ने समर्थन किया था।
माया ने कोयला ब्लॉक आवंटन मामले में संसद नहीं चलने दे रहे राजग से अनुरोध किया कि वह संसद में इस मामले पर अपना विरोध अपनी नीति के अनुसार जारी रखे, लेकिन प्रमोशन में आरक्षण पर कैबिनेट की मुहर लगने के बाद इसे अब संसद में पारित कराने में मदद करें। उन्होंने राजग से अनुरोध किया संसद का मानसून सत्र इसी सप्ताह समाप्त हो रहा है। यदि इस दौरान यह विधेयक पारित नहीं हुआ तो फिर लटक जाएगा, इसलिए एक दो घंटे तक संसद में इस विधेयक पर बहस होने दें और इसे पारित कराने में मदद करें। सरकार कल या परसों संसद के पटल पर इस बिल को रख सकती है।
दूसरी ओर सपा नेता मुलायम सिंह यादव ने कहा कि वे संसद में सरकार के इस फैसले का विरोध करेंगे। सरकार यह बिल कोयला घोटाले से लोगों का ध्यान हटाने के लिए ला रही है। हालांकि कानून मंत्री सलमान खुर्शीद ने उम्मीद जताई है कि सपा इस बिल का समर्थन करेगी। भाजपा नेता गोपीनाथ मुंडे ने बिल का समर्थन करते हुए कहा कि ओबीसी के लिए वे संशोधन बिल लाएंगे। मालूम हो कि इसी साल सुप्रीम कोर्ट ने सरकारी नौकरियों में प्रमोशन में अनुसूचित जाति एवं जनजाति के कर्मियों के लिए आरक्षण लाभ को निरस्त कर दिया था।
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