30/08/2012 कसाब का फांसी पर चढ़ने तक सरकार का खर्चा 100 करोड़ से ज्यादा
(प्रदीप महाजन ) पाकिस्तानी आतंकवादी अजमल कसाब पर सरकार रोज करीब 3.5 लाख रुपये खर्च कर रही है।इसमें कसाब का खाना, सुरक्षा, वकील का खर्च शामिल हैं।इस हिसाब से पिछले 46 महीनों में कसाबपर कुल खर्च 48 करोड़ रुपये के आसपास बैठता है। मुंबई हमलों में एकमात्र जिंदा पकड़ा गए इस आंतकवादी के उप्पर कुछ सरकारी अधिकारियों की बातों पर भरोसा करें तो यह रकम 65 करोड़ रुपये के आसपास है।इस तरह फांसी होने तक इसके उप्पर 100 करोड़ से अधिक का खर्चा आयेगा ऑर्थर रोड जेल में कसाब को जिस बैरक में रखा गया है उसके बुलेटप्रूफ पर 5.25 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। 1.5 करोड़ रुपये तो सिर्फ कसाब की गाड़ियों पर खर्च हुए हैं।
11 करोड़ रुपये आईटीबीपी की सुरक्षा पर खर्च है। इसके अलावा और भी कई तरह के खर्च कसाब के ऊपर हैं।इन खर्चों को मिला दें तो यह रोज का करीब 3.5 लाख रुपये है। 46 महीनों में यह रकम करीब 48 करोड़ रुपये के आसपास बैठता है। गौरतलब है कि पिछले साल विधानसभा में महाराष्ट्र के गृह मंत्री आर.आर.पाटिल ने करीब 20 करोड़ रुपये खर्च होने की बात कही थी। गौरतलब है कि बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस आफताब आलम और जस्टिस चंद्रमौलि कुमार प्रसाद की बेंच ने कसाब की मौत की सजा को सही ठहराया था।
गौरतलब है कि 27 नवंबर 2008 को कॉन्स्टेबल तुकाराम ओंबले की बहादुरी के चलते एक मात्र जिंदा पकड़ा गया आतंकवादी अजमल कसाब देश पर एक आर्थिक बोझ की तरह है। कसाब के लजीज भोजन के साथ उसकी सुरक्षा और मुकदमे की सुनवाई पर होने वाला खर्च रोज लाखों में बैठ रहा है।वही शिव सेना ने सरकार से मांग रखी है कि कसाब को सरेआम फांसी दी जाए
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