हिन्दु धर्म मे यह मान्यता है कि गउ स्वर्ग की सीढ़ी है वह केवल धरती पर ही नही बल्कि स्वर्ग लोक में देवताओं द्वारा भी पूजी जाती है, परन्तु आज के इस आधुनिक युग में बहुत से लोगो द्वारा इसे केवल एक पशु ही समझा जाता है । तथा अन्य पशु की तरह ही गउ के साथ भी वैसा ही व्यवहार और अत्यचार किया जाता है,
गौर तलब है कि गउ रक्षा के लिए श्रद्वेय श्री गोपाल माणि जी महाराज ने 6 जून 2011 से गंगोत्री क्षेत्र के चौपड़धार नामक स्थान पर मौन व्रत धारण किया जो 5 जून 2012 तक पूरे एक साल तक रहा । इस दौरान उन्होने अपने आप को गउ सेवा में समर्पित रखा । उन्ही पूज्य गुरू देव के श्री मुख से गउ कथा का प्रवचन होने जा रहा है गउ कथा का आयोजन कामधेनु मंगल परिवार के द्वारा किया जा रहा है ।
29 अगस्त से 2 सितम्बर 2012 तक चलने वाले इस आयोजन का समय होगा 4 से 7 बजे तक कथा स्थल: शिव मन्दिर जयदेव पार्क पूर्वी पंजाबी बाग नई दिल्ली