ग़ौरतलब है कि स्थानीय टीवी चैनल्स ने दावा किया था कि देश की बिगड़ी हुई स्थिति और अल्पसंख्यकों के ख़िलाफ़ हो रहे अत्याचार के कारण कई हिंदू परिवार देश छोड़ कर हमेशा के लिए भारत जा रहे हैं.
मुकेश चावला ने बीबीसी से बातचीत करते हुए कहा कि कुछ निजी टीवी चैनल्स ने ऐसी ख़बरें प्रसारित कीं जिनमें कहा गया कि करीब 250 परिवारों के एक काफ़िले को रवाना होते हुए दिखाया गया और यह बताया कि यह लोग देश छोड़ कर जा रहे हैं.
उन्होंने आगे बताया कि असल में ये लोग तीर्थ यात्री हैं और भारत में धार्मिक स्थलों के दर्शन के लिए जा रहे हैं.
भारत में बड़ी संख्या में हमारे धार्मिक स्थल हैं, जिसकी ज़ियारत के लिए ऐसे परिवार समय समय पर जाते रहते हैं जैसा कि यह काफ़ला गया है. एक दो दिनों में दूसरे परिवार भी जाने वाले हैं.
उनके मुताबिक़ ऐसे काफ़ले एक या दो महीने भारत में रहते हैं, अपने धार्मिक स्थलों का दर्शन करते हैं और फिर स्वदेश लौट आते हैं.
उन्होंने कहा कि यह पहला मौक़ा नहीं है कि इनती बड़ी संख्या में लोग भारत जा रहे हैं, इसे पहले भी लोग गए हैं और यह एक आम बात है.
उनके मुताबिक़ कई ऐसे भी परिवार हैं, जिनके रिश्तेदार भारत में हैं और वह भी अकसर तौर पर जाते रहते हैं लेकिन मीडिया वाले उसको ग़लत ढंग से पेश करते हैं.
उन्होंने बताया कि स्थानीय टीवी चैनल्स ने ग़लत ख़बरे प्रसारित की हैं और इस लिए मुख्यमंत्री सईद क़ायम अली शाह ने इस कड़ा नोटिस लिया है.
मुकेश ने कहा कि उन्होंने इस मामले की जाँच के लिए एक समिति का गठन किया और वह कुछ दिनों में अपनी रिपोर्ट मुख्य मंत्री को पेश करेगी.