नई दिल्ली। देश में संगठित क्षेत्र के लगभग 4.7 करोड़ से अधिक कर्मचारियों के लिए शुक्रवार का दिन अहम होगा। इस दिन लगातार छठे साल भविष्य निधि यानी ईपीएफ की राशि पर साढ़े आठ प्रतिशत की दर से ब्याज देने का ऐलान हो सकता है।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन [ईपीएफओ] के केंद्रीय न्यासी बोर्ड की बैठक शुक्रवार को होगी। इसमें कर्मचारियों की लगभग 2.50 लाख करोड़ रुपये की जमाओं पर चालू वित्त वर्ष 2010-11 में दिए जाने वाले ब्याज पर फैसला हो सकता है। वैसे इस बात की संभावना नहीं है कि बोर्ड ट्रेड यूनियनों की 8.75 प्रतिशत की ब्याज दर की मांग स्वाकार कर लेगा। वजह यह है कि इससे भारी घाटे की स्थिति पैदा हो जाएगी। ईपीएफओ की वित्त व निवेश समिति ने मौजूदा वित्त वर्ष में 8.5 प्रतिशत ब्याज देने की सिफारिश की है। इस बारे में अंतिम फैसला श्रम मंत्री मल्लिकार्जुन खरगे की अध्यक्षता वाले न्यासी बोर्ड को करना है।