08/08/2012 मुख्यमंत्री द्वारा दुगुनी बृद्धि 5400/-प्रति परिवार की गयी
देहरादून। आपदा प्रबन्धन एवं पुनर्वास मंत्री यषपाल आर्य ने विधान सभा भवन स्थित अपने कक्ष में पत्रकारों को साक्षात्कार में बताया कि वर्तमान सरकार उत्तरकाषी के दैवीय आपदा से प्रभावित क्षेत्र के लोगों की समस्या के प्रति संवेदनषील है। सरकार प्रभावितों की समस्याओं का त्वरित गति से समाधान करेगी। उन्होंने कहा कि दैवीय आपदा के लिये निर्धारित अहैतुक राषि के मानकों में मुख्यमंत्री द्वारा दुगुनी बृद्धि 5400/-प्रति परिवार की गयी है। पूर्व में यह सहायता 2700/-प्रति परिवार थी।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने केन्द्र सरकार से भी विषेश सहायता के लिए प्रभावी पहल की है। श्री आर्य ने कहा कि सरकार द्वारा प्रभावितों की सहायता के लिए 20 करोड़ रुपये की धनराषि पहले ही स्वीकृत की जा चुकी है। तथा केन्द्र से 150 करोड़ की अतिरिक्त सहायता प्राप्त हुई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार आपदा पीडितों को हर सम्भव सहायता देने के लिए उनके साथ खड़ी है। उन्होंने अपने एक माह का वेतन मुख्यमंत्री आपदा कोश में देने को कहा। उन्होंने कहा कि प्रभावितों की समस्या काफी गम्भीर है, जिसके समाधान हेतु उन्होंने स्वयंसेवी संस्थाओं से सहयोग की अपील की। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र असीगंगा के आस-पास के गांव जहां यातायात बाधित है, में दो हैलीकाप्टरों द्वारा दो राउन्ड में भोजन सामग्री वितरित की गई। उन्होंने कहा कि लगभग 10 कुन्तल खाद्य पदार्थ भी हैलीकाप्टरों के माध्यम से प्रभावित क्षेत्रों में बटवाया जायेगा। उन्होंने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों हेतु अधिकारियों के दायित्व भी निर्धारित किये गये है, ताकि लोगों को तुरन्त राहत मिले। उन्होंने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में प्रकाष व्यवस्था हेतु मोमबत्ती, 4 पोर्टेबुल इनफलैट टेबुल एवं 10 सर्च लाइट की व्यवस्था की गयी है। उन्होंने कहा कि गंगोरी में वैली ब्र्रिज तीन दिन में तैयार हो जायेगा। उन्होंने कहा कि हम सब का दायित्व है कि प्रभावितों की समस्याओं का तुरन्त समाधान हो। उन्होंने कहा कि इसके लिए मुख्यमंत्री तथा वह स्वयं तथा मंत्रिमण्डल के अन्य सदस्य राहत कार्यों में निगरानी रख रहे हैं। श्री आर्य ने बताया कि वर्तमान में प्रभावित 402 परिवार गंगोरी, नेताला, राजकीय कन्या इण्टर कालेज उत्तरकाषी, मुख्य विकास कार्यालय, महर्शि विद्या मंदिर जोषीयाडा, कैलाष आश्रम, बिडला धर्मषाला, जी0एम0वी0एन उत्तरकाषी में बनाये गये राहत षिविरों में रह रहे हैं, जिनके लिए सरकार द्वारा भोजन, कपडा एवं कम्बल की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि आपदा से प्रभावित पेयजल योजनाओं वाले क्षेत्रों ज्ञानसू उत्तरकाषी, जोषियाडा में 8 टैंकरों से पेयजल आपूर्ति की जा रही है, तथा अस्थाई 4 इंच पाइप लाइन से पानी की आपूर्ति की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने बताया कि बाढ प्रभावित क्षेत्रों में चिकित्सा सुविधा के लिए 11 चिकित्सा राहत पोस्ट स्थापित कर दिये गये हैं। साथ ही एक केन्द्रीय सचल चिकित्सा दल भेजा गया है, जो निरीक्षण तथा समन्वय का कार्य कर रहा है। उन्होंने बताया कि प्रभावित गांवों में क्लोरिंन टैबलेट, ओ0आर0एस0 घोल तथा आवष्यक दवाईयां वितरित की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि आज हैलीकाप्टर से 31 यात्रियों को हर्शिल से उत्तरकाषी लाया गया, जिनमें से 5 देहरादून के हैं। यात्रियों को गंगोरी से सुरक्षित उत्तरकाषी पहुॅचा दिया गया है। परिवहन विभाग द्वारा उत्तरकाषी से नाकुरी, नेताला एवं प्रभावित क्षेत्रों को जोडने के लिये 4 बसें लगाई गई है। उन्होंने जानकारी दी कि उत्तरकाषी के दूरस्थ क्षेत्र झाला में 255 कुन्तल गेहॅू, 527 कुन्तल चावल, 77 कुन्तल चीनी, नेताला में 475 कुन्तल गेहूॅ, 547 कुन्तल चावल, 69 कुन्तल चीनी, भटवाडी में 896 कुन्तल गेहूॅ, 476 कुन्तल चावल तथा 90 कुन्तल चीनी, ज्ञानसू में 2358 कुन्तल गेहूॅ, 1723 कुन्तल चावल, तथा 360 कुन्तल चीनी का भण्डारण है। उन्होंने कहा कि उत्तरकाषी षहर की सम्पूर्ण विद्युत व्यवस्था बहाल कर दी गयी है तथा चिन्यालीसौड, धरासू एवं इन विद्युत लाईनों से संबंधित गांवों की विद्युत आपूर्ति सुचारू रूप से षुरू कर दी गयी है।
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