08/08/2012 असम हिंसा पर संसद में हंगामा
प्रश्नकाल किया गया स्थगित, मायावती ने राज्यसभा में उठाया अंबेडकर पार्क के नाम बदलने का मुद्दा
जय हिन्द संवाद
नई दिल्ली। संसद में आज से शुरू हुए मानसून सत्र के पहले दिन भाजपा ने असम में हाल में हुई धार्मिक हिंसा पर जमकर हंगामा किया। हंगामे के कारण लोकसभा में प्रश्नकाल स्थगित कर दिया गया है। चिदंबरम सहित महंगाई, आर्थिक संकट और सूखा पर सरकार को घेरने में विपक्ष कोई कोर-कसर नहीं उठा रखेगा।
बीजेपी अहम हिंसा पर स्थगन प्रस्ताव रखेगी। रविवार को भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी से उनके आवास पर मिलने के बाद नए वित्त मंत्री ने मंगलवार को राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष अरुण जेटली से मुलाकात की। समझा जाता है कि जेटली के संसद भवन स्थित कार्यालय में हुई मुलाकात के दौरान चिदंबरम ने खुद को लेकर भाजपा नेताओं का मन टटोलने की कोशिश की। मानसून सत्र शुरू होने से पहले उनके लोकसभा में नेता विरोधी दल सुषमा स्वराज से मिलने की संभावना भी जताई जा रही है। संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान भाजपा समेत पूरे विपक्ष ने दोनों सदनों में चिदंबरम का बहिष्कार किया था। लोकसभा में आडवाणी कार्यस्थगन प्रस्ताव पेश कर इस विषय पर चर्चा की मांग करेंगे। राज्यसभा में भाजपा दल के उपनेता रविशंकर प्रसाद व बलबीर पुंज प्रश्न प्रहर स्थगित कर असम पर चर्चा की मांग करेंगे। अगर उनकी मांग नहीं मानी गई तो हंगामा मचना तय है। सत्र के शुरुआती दिन से ही विपक्ष असम में हुई हिंसा के लिए संप्रग सरकार की खिंचाई करने के लिए पूरी तरह से तैयार बैठा है। दोबारा वित्ता मंत्रालय संभालने के बाद यह पहला मौका होगा, जब वित्ता मंत्री पी चिदंबरम विपक्ष का सामना करेंगे। एयरसेल-मैक्सिस सौदे को लेकर विपक्ष के निशाने पर रहे हैं। ऐसे में चिदंबरम की राह पहले से कहीं ज्यादा कठिन हो सकती है। मानसून सत्र के लिए जहां विपक्ष तैयार है, वहीं संप्रग सरकार भी इसके लिए तैयार हो रही है। उम्मीद यह भी है कि वित्तमंत्री पी चिदंबरम लोकसभा में नेता विपक्ष सुषमा स्वराज से भी मुलाकात करेंगे। वैसे भाजपा ने स्पष्ट कर दिया है कि वह सरकार को असम हिंसा के साथ-साथ चिदंबरम को महंगाई, आर्थिक संकट और सूखा पर घेरने में कोई कोरकसर नहीं छोड़ेगी। सत्र के पहले ही दिन भाजपा असम में जारी हिंसा का मामला उठाएगी। उधर, राज्यसभा में बसपा सुप्रीमो सुश्री मायावती ने डा. बीआर अंबेडकर पार्क का नाम बदलने एवं जिलों के नाम बदलने पर आरोप प्रत्यारोप लगाए। इस दौरान बसपा सांसदों ने राज्यसभा में जमकर हंगामा किया। मायावती ने राज्यसभा में बोलते हुए सपा सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि कल नाम बदलने को लेकर बी आर अंबेडकर के चाहने वालों ने राज्यपाल को ज्ञापन भी दिया है।
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