03/08/2012 क्या बाबा भी बनाएंगे अपनी पार्टी?
नई दिल्ली। भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाले अन्ना हजारे ने देश को नया राजनीतिक विकल्प देने की बात कही है। नया राजनीतिक दल बनाया जाए या नहीं इस पर लोगों से राय मांगी गई है। अगर लोगों की राय राजनीतिक दल बनाने के पक्ष में आई तो देश को एक और नई पार्टी मिल जाएगी। अन्ना और उनकी टीम के इस स्टैण्ड से जहां कांग्रेस की बांछे खिल गई है वहीं भाजपा को जैसे सांप सूंघ गया है।
अन्ना और उनकी टीम ने योग गुरू बाबा रामदेव को भी मुश्किल में डाल दिया है। गौरतलब है कि बाबा रामदेव काला धन वापस लाने की मांग को लेकर 9 अगस्त से दिल्ली के रामलीला मैदान में अपना आंदोलन शुरू करने वाले हैं।
अभी तक अन्ना और बाबा मिलकर आंदोलन चलाने की बात कह रहे थे लेकिन अन्ना और उनकी टीम ने तो अपने इरादे जाहिर कर दिए हैं ऎसे में बाबा के सामने यह सवाल खड़ा हो गया है कि अब वे क्या करें? क्या उन्हें भी अपनी पार्टी बना लेनी चाहिए। कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने तो बाबा को भी अन्ना की राह पर चलने की सलाह दी है। दिग्विजय सिंह ने कहा है कि बाबा को या तो अन्ना की पार्टी में शामिल हो जाना चाहिए या फिर खुद की पार्टी बना लेनी चाहिए।
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