देशभर में जहां इस समय बिजली गुल है, वहीं पावर मिनिस्टर सुशील कुमार शिंदे और 'पावरफुल' हो जाएंगे। शिंदे को गृह मंत्रालय की कमान तो सौंपी ही जाएगी, वह लोकसभा में नेता सदन भी होंगे।
सूत्रों के मुताबिक कैबिनेट में फेरबदल राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी की मंजूरी के लिए भेज दिया गया है। प्रणव मुखर्जी के प्रेजिडेंट बनने के बाद से केंद्रीय कैबिनेट में बदलाव की सुगबुगाहट थी। कैबिनेट में फेरबदल से शपथ ग्रहण की आवश्यकता नहीं होगी, क्योंकि सभी पहले से ही कैबिनेट मंत्री हैं।
सूत्रों के मुताबिक प्रधानंत्री मनमोहन सिंह पी. चिदंबरम को वित्त मंत्री के रूप में देखना चाहते थे। बतौर वित्त मंत्री चिदंबरम काफी अनुभवी हैं और यूपीए सरकार में वह इस पद की जिम्मेदारी बखूबी संभाल चुके हैं।