मंत्री ने यह भी कहा, "मंत्रालय ने आयुष उपचार को मुख्यधारा की स्वास्थ्य सेवा में शामिल करने के लिए आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी-पीएमजेएवाई) के तहत आयुर्वेदिक पैकेजों को शामिल करने के लिए एक समीक्षा बैठक बुलाई। इसके तहत 170 पैकेजों को अंतिम रूप दिया गया है और आवश्यकता के अनुसार इस संख्या को बढ़ाया जा सकता है। कार्यक्रम के तहत लागत संरचनाओं को अंतिम रूप देने और आयुष उपचारों के सस्ते होने की गारंटी देने के लिए एक रणनीतिक खरीद समिति की स्थापना की गई है।" श्री प्रतापराव जाधव ने इस बात पर जोर दिया कि भारत के प्रत्येक नागरिक का स्वास्थ्य महत्वपूर्ण है और इसे ध्यान में रखते हुए भारत के नागरिकों की प्रकृति की जांच के लिए एक विशेष अभियान भी शुरू किया गया है।
मंत्री ने यह भी बताया कि अस्पतालों और स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के लिए राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड (एनएबीएच) से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार, 1489 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों (आयुष) का मूल्यांकन पूरा हो चुका है और इनमें से 1005 आयुष आरोग्य मंदिरों (आयुष) को आयुष प्रवेश स्तर प्रमाणन (एईएलसी) के लिए प्रमाणित किया गया है। उन्होंने कहा कि यह पहल राष्ट्रीय आयुष मिशन के तहत गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
आयुष सचिव वी.डी. राजेश कोटेचा ने आयुष के 100 दिनों की विकास गतिविधियों से मीडिया को अवगत कराया।
100 दिनों में आयुष की प्रमुख उपलब्धियां:
1-विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के साथ दाता समझौता
2. औषधीय पौधों पर वियतनाम के साथ समझौता ज्ञापन
3 आयुर्वेद पर मलेशिया के साथ ऐतिहासिक समझौता ज्ञापन
4. “एक जड़ी-बूटी, एक मानक” पहल को बढ़ावा देना
5. आयुष औषधियों के लिए विशेष मेडिकल स्टोर
6. 1489 आयुष्मान आरोग्य मंदिर (आयुष) का एनएबीएच मूल्यांकन पूरा हुआ
प्रमुख अभियान और पहल:
7. स्वस्थ भारत के लिए “हर घर आयुर्योग” अभियान
8. वृद्धजनों के लिए आयुष शिविर
9. आयुष उत्कृष्टता केंद्र
10. आयुष पैकेज को एबी-पीएमजेएवाई में शामिल करना
11. अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान का चरण II
(एआईआईए), नई दिल्ली
12. राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान, पंचकूला, हरियाणा
13. योग और प्राकृतिक चिकित्सा पर तीन केंद्रीय अनुसंधान संस्थान
स्वच्छता अभियान:
सफाई अभियान और नागरिक भागीदारी पर केंद्रित और एसबीएम-ग्रामीण और एसबीएम-शहरी द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित स्वच्छता ही सेवा (एसएचएस) 2024 अभियान में मंत्रालय की सक्रिय भागीदारी देखी गई।
महत्वपूर्ण मुख्य अंश इस प्रकार हैं
स्वच्छता में जन भागीदारी: प्रतिज्ञाओं, प्रतियोगिताओं और पौधारोपण अभियानों के द्वारा सामुदायिक और व्यक्तिगत स्वच्छता को प्रोत्साहित करना ।
मेगा स्वच्छता अभियान: ये अभियान सड़कों, रेलवे स्टेशनों और जलाशयों जैसे सार्वजनिक क्षेत्रों को साफ और सुंदर बनाने पर केंद्रित हैं, साथ ही दाग-धब्बे हटाने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
सफाई मित्र सुरक्षा शिविर: सफाई कर्मचारियों के लिए स्वास्थ्य और कल्याण शिविर जो निवारक स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करते हैं और सफाई कर्मचारियों को सरकारी कल्याण कार्यक्रमों से जोड़ते हैं।