17/08/2024 स्वतंत्रता दिवस और रक्षाबंधन के मौके पर आइडीएचसी सोसायटी ने किया वृक्षारोपण
स्वतंत्रता दिवस और रक्षाबंधन के मौके पर आइडीएचसी सोसायटी ने किया वृक्षारोपण
पूर्वी दिल्ली के शकरपुर में डीडीए पार्क में आईडीएचसी सोसायटी ने एक दर्जन पौधे लगाकर पार्क को और सुन्दर बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। यूं तो ये संस्था पिछले कई सालों से यहां पेड़ पौधे लगाती आ रहीं हैं लेकिन पिछले तीन सालों से डी डी ए के साथ मिलकर पेड़ लगा रही है। संस्था के अध्यक्ष अरूण निशाना ने बताया कि पहले उनकी संस्था अकेले ही वृक्षारोपण करती थी लेकिन पार्क में जब कभी कोई निर्माण कार्य होता था तो उनके द्वारा लगाए गए पौधों को या तो वहां से हटा दिया जाता था या फिर देखरेख न होने की वजह से अधिकतर पौधे बर्बाद हो जाते थे लेकिन अब खुद डी डी ए के अधिकारी मिलकर पेड़ लगाने में उनकी पूरी मदद करते हैं।
स्वतंत्रता दिवस और रक्षाबंधन के मौके पर आइडीएचसी सोसायटी ने किया वृक्षारोपण पूर्वी दिल्ली के शकरपुर में डीडीए पार्क में आईडीएचसी सोसायटी ने एक दर्जन पौधे लगाकर पार्क को और सुन्दर बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। यूं तो ये संस्था पिछले कई सालों से यहां पेड़ पौधे लगाती आ रहीं हैं लेकिन पिछले तीन सालों से डी डी ए के साथ मिलकर पेड़ लगा रही है। संस्था के अध्यक्ष अरूण निशाना ने बताया कि पहले उनकी संस्था अकेले ही वृक्षारोपण करती थी लेकिन पार्क में जब कभी कोई निर्माण कार्य होता था तो उनके द्वारा लगाए गए पौधों को या तो वहां से हटा दिया जाता था या फिर देखरेख न होने की वजह से अधिकतर पौधे बर्बाद हो जाते थे लेकिन अब खुद डी डी ए के अधिकारी मिलकर पेड़ लगाने में उनकी पूरी मदद करते हैं। वृक्षारोपण के इस कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रूप में सरकारी स्कूल मैनेजमेंट कमेटी के दिल्ली अध्यक्ष वैभव श्रीवास्तव ने भी अपने हाथो से कई पौधे लगाए और कहा की कोरोना में लोगों को ऑक्सीजन की महतवता पता चल गई, इसलिए सभी को स्वच्छ हवा पानी मिले इसके लिए हम सबको मिलकर समय रहते पेड़ पौधे लगाते रहना चाहिए ताकि हम आने वाली पीढ़ी को हम एक स्वच्छ वातावरण डी सकें। इस मौके पर कार बाज़ार एसोसिएशन के अध्यक्ष दिनेश चौहान,भोपाल सिंह, समाजसेवी दीपक गुप्ता और सुधा उपाध्याय, डी डी ए पार्क के सुपरवाइजर प्रवीण, तथा संस्था कि चेयरपर्सन सुनीता अरूण, बिंदु शर्मा, रेनू सिंह, वॉलंटियर ग्रीष्मा,कुणाल, कार्तिक, व श्याम मौजूद थे।
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