07/06/2012 आज सीबीआई हिरासत से जगन को मिलेगी मुक्ति
हैदराबाद(न्यूज भाषा) 07 जून 2012, अवैध संपत्ति के आरोप में फंसे वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के नेता वाईएस जगन मोहन की सीबीआई हिरासत गुरुवार को समाप्त हो रही है।
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2012-06-07 |
इससे पूर्व केंद्रीय जांच ब्यूरो ने अवैध संपत्ति मामले में जेल में बंद वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के नेता वाई. एस.जगमोहन रेड्डी से लगातार चौथे दिन बुधवार को भी पूछताछ की। सीबीआई ने कडप्पा से सांसद जगन से अवैध संपत्ति मामले से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर पूछताछ की। अदालत ने जगन को पांच दिन के लिए सीबीआई की हिरासत में भेजा था। उनकी सीबीआई हिरासत गुरुवार को खत्म हो जाएगी। सीबीआई के अधिकारी सुबह में जगन को चंचलगुडा केंद्रीय कारागार से कोटि स्थित अपने कार्यालय ले गए जहां वकीलों की उपस्थिति में उनसे पूछताछ की गई। सीबीआई ने जगन की कंपनी जननी इंफ्रास्ट्रक्चर के निदेशक एवं कांग्रेस विधायक डीण् चंद्रशेखर रेड्डी और जगन केसहयोगी तथा अंकेक्षक विजय साई रेड्डी से भी लगातार दूसरे दिन पूछताछ की।
जांच एजेंसी वर्ष 2004 से 2009 के बीच जगन के पिता दिवंगत वाई.एस. राजशेखर रेड्डी के मुख्यमंत्री रहते हुए जगन के व्यवसाय में हुए निवेश के बारे में जानकारी चाहती है। आरोप है कि विभिन्न कम्पनियों ने राज्य सरकार से भूमि, लाइसेंस तथा अन्य छूट के छूट के बदले व्यवसाय में भारी निवेश किया। जगन को को सीबीआई ने 27 मई को गिरफ्तार किया था। अगले दिन सीबीआई की विशेष अदालत ने उन्हे 11 जून तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। इसी मामले में राज्य के सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री पोन्नाला लक्ष्मैया को गुरुवार को सीबीआई के समक्ष पेश होना है। इस सम्बंध में उन्हे पहले ही नोटिस जारी किया गया था। लक्ष्मैया से सम्भवतरू यह पूछा जाएगा कि जगन के व्यवसाय में निवेश करने वाली कंपनियों को कृष्णा नदी का पानी आवंटित करने का आदेश उन्होंने किस आधार पर दिया था। सीबीआई के समक्ष पेश होने से एक दिन पूर्व लक्ष्मैया ने मुख्यमंत्री एन. किरण कुमार रेड्डी से मुलाकात की। सीबीआई का मानना है कि रिश्वत के पैसों का एक हिस्सा देश से बाहर कागज और ब्रीफकेस बनाने वाली कंपनियों को भेजा गया और बदले में उन कंपनियों ने हवाला के जरिए जगन की फर्मो में निवेश किया। ये कम्पनियां लक्सेमबर्ग और मॉरीशस में है। बताया जाता है कि जगन की सीमेंटए बिजली और मीडिया कंपनियों में कथित तौर पर 1,234 करोड़ रुपये निवेश किए गए। जगन की कंपनी में निवेश करने वाली वैनपिक कम्पनी के प्रमोटर निम्मागड्डा प्रसाद को भूमि आवंटन और कुछ अन्य रियायतों के आदेश तत्कालीन निवेश एवं आधारभूत संरचना मंत्री मोपीदेवी वैंकटरमना ने दिए थे। सीबीआई ने वेंकटरमना को पिछले महीने गिरफ्तार किया था। | |
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