07/06/2012 प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए उम्रसीमा बढ़कर 40 साल हुई
लखनऊ(न्यूज भाषा) 07 जून 2012, प्रदेश सरकार ने बुधवार को एक अहम फैसला करते हुए लोक सेवा आयोग की प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों की अधिकतम आयुसीमा 35 साल से बढ़ाकर 40 साल कर दी है।
|
|
2012-06-07 |
कैबिनेट बाई सर्कुलेशन से इसे मंजूरी दी गई है। प्रतियोगी छात्र काफी अरसे से इसकी मांग कर रहे थे। सरकार के इस फैसले से हजारों छात्रों के लिए पीसीएस सहित कई प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होने के अवसर बढ़ जाएंगे। बिहार एवं झारखंड की सरकारों ने अपने यहां पहले से ही प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए आयुसीमा चालीस साल कर रखी है। राजस्थान में यह 37 साल है। इसे देखते हुए यूपी के प्रतियोगी छात्र भी आयुसीमा 35 से बढ़ाकर 40 साल किए जाने की मांग कर रहे थे। उन्होंने जनता दरबार में भी मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को इस बाबत ज्ञापन दिया था। मुख्यमंत्री ने उन्हें इस बारे में जल्द निर्णय लेने का आश्वासन दिया था। इसके बाद प्रमुख सचिवए कार्मिक राजीव कुमार ने लोक सेवा आयोग इस बाबत राय मागी थी।
आयोग ने इस पत्र के जवाब में अपने अभिमत में कहा था कि शासन अगर उम्र सीमा बढ़ाना ही चाहता है तो आयोग को इसमें कोई आपत्ति नहीं होगी। हालाकि आयोग ने कहा कि इससे एक ही पद पर जेनरेशन गैप हो सकता है। इसके बाद सरकार ने दोबारा पत्र भेजकर उसका अभिमत मागा था। बुधवार को विधानसभा में विधायक अनुग्रह नारायण सिंह के एक सवाल पर भी सरकार ने कहा था कि इस पर जल्द ही फैसला किया जाएगा। बुधवार रात कैबिनेट बाई सर्कुलेशन से इसे मंजूरी दे दी गई। गौरतलब है कि इससे पहले राम प्रकाश गुप्त के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार में प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए आयुसीमा 32 से बढ़ाकर 35 साल की गई थी। | |
|