02/08/2013 नेत्रहीन फैडरेशन की हरियाणा शाखा की लम्बे समय से चली आ रही मांग पूरी हो गई
चंडीगढ़, 1 अगस्त - हरियाणा सरकार ने आज राजकीय उच्चतर नेत्रहीन विद्यालय, पानीपत को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक नेत्रहीन विद्यालय के स्तर पर अपग्रेड करने निर्णय लिया है।
इस सम्बन्ध में जानकारी देते हुए शिक्षामंत्री श्रीमती गीता भुक्कल ने कहा कि राजकीय उच्चतर नेत्रहीन विद्यालय, पानीपत को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक नेत्रहीन विद्यालय के स्तर पर अपग्रेड करने के निर्णय से राष्ट्रीय नेत्रहीन फैडरेशन की हरियाणा शाखा की लम्बे समय से चली आ रही मांग पूरी हो गई।
उन्होंने इस निर्णय के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा का आभार भी व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि श्री हुड्डा ने हमेशा राज्य में नेत्रहीन व्यक्तियों के कल्याण के लिए कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा डिसएबलिटीज एक्ट 1995 के प्रावधानों को प्रभावी ढंग से लागू किया जा रहा है, ताकि ऐसे व्यक्तियों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ा जा सके।
सूजसविह-2013 चंडीगढ़, 1 अगस्त - हरियाणा की शिक्षा मंत्री श्रीमती गीता भुक्कल द्वारा आज सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत कार्यरत अनुबंध कर्मचारियों की ओर से उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदा से राहत के लिए एक लाख रुपये का चैक मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा को भेंट किया गया। क्रमांक-2013
चंडीगढ़, 1 अगस्त - हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने प्रदेश में 20 से ज्यादा बच्चों की संख्या वाले प्राथमिक स्कूलों को मौजूदा शैक्षणिक सत्र के दौरान जारी रखने के निर्देश दिये है। श्री हुड्डा आज यहां प्राथमिक, माध्यमिक तथा उच्चतर शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ स्कूलों तथा किताबों के वितरण से संबंधित मामलों को एक बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक किलोमीटर की परिधि से ज्यादा दूरी वाले प्राथमिक स्कूलों का विलय न किया जाये लेकिन एक ही गांव में यदि दो स्कूल चल रहे है, तो उनका विलय किया जाये। इसके अलावा, एक ही परिसर में चल रहे दो स्कूलों का भी विलय किया जाये। सरकारी स्कूलों में बच्चों को पाठ्य पुस्तक तथा कार्य पुस्तिकाओं के वितरण में हो रही देरी पर कड़ा संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री श्री हुड्डा ने कहा कि बच्चों को समय पर किताबें मुहैया करवाना सरकारी की जिम्मेवारी है और इसमें देरी बर्दाश्त नहीं की जायेगी। श्री हुड्डा ने भविष्य में किताबों की छपाई तथा वितरण की प्रक्रिया को समयबद्ध रूप से निश्चित करने के भी निर्देश दिये और कहा कि अगले वर्ष की प्रक्रिया को अभी से प्रारंभ कर दिया जाये। उन्होंने कहा कि किताबों की छपाई के लिए हरियाणा, पंजाब तथा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में पडऩे वाले प्रकाशकों को प्राथमिकता दी जाये ताकि पूरी प्रक्रिया की ठीक से मॉनिटरिंग हो सके। मुख्यमंत्री ने किताबों की छपाई कक्षावार करवाने के भी निर्देश दिये। बैठक में शिक्षा मंत्री ने मुख्यमंत्री को अवगत करवाया कि प्रकाशक द्वारा 70 प्रतिशत किताबों की छपाई सुनिश्चित कर दी गई थी, जिसकी पुष्टि विभाग के अधिकारियों द्वारा की भी की गई थी तथा इस संबंध में सकारात्मक रिपोर्ट दी थी लेकिन इसके बावजूद प्रकाशक द्वारा किताबों की आपूर्ति समय पर नहीं हो पाई। मुख्यमंत्री ने किताबों की देरी के लिए दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के भी निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुस्तकों की छपाई समय पर न कर पाने के लिए प्रकाशक की बैंक गारंटी को भी जब्त किया जाये। मुख्यमंत्री ने श्रीमती गीता भुक्कल की अध्यक्षता में एक विशेष समिति गठित करने के निर्देश दिये, जो अगले वर्ष के लिए किताबों की छपाई तथा स्कूलों में वितरण की पूरी प्रक्रिया को सुनिश्चित करेगी। बैठक में बताया गया कि पहली तथा दूसरी कक्षा की किताबों का 70 प्रतिशत वितरण हो चुका है। इसी तरह सभी स्कूलों में 9वीं से 12वीं कक्षा तक किताबें पहुंचाई जा चुकी है। तीसरी से आठवीं कक्षा तक भी किताबें पहुंचाने में कुछ विलम्ब हुआ है, जिसकी प्रक्रिया जारी है। गुडग़ांव में स्थापित होने वाले कॉमर्स कालेज के संबंध में मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि इसके लिए मानदंड सुनिश्चित करें ताकि बेहतर संस्थान आ सके। इस अवसर पर बिजली मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव, शिक्षा मंत्री श्रीमती गीता भुक्कल, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ के के खण्डेलवाल एवं श्री एस एस ढिल्लो, मुख्यमंत्री के प्रधान ओएसडी श्री एम एस चोपड़ा, उप प्रधान सचिव श्री आर एस दून, शिक्षा विभाग की प्रधान सचिव श्री सुरीना राजन एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे क्रमांक-2013 चण्डीगढ़ 1 अगस्त - हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने शिक्षा मंत्री श्रीमती गीता भुक्कल की उपस्थिति में आज उच्चतर शिक्षा विभाग, हरियाणा की वैबसाइट 222.द्धद्बद्दद्धद्गह्म्द्गस्रह्वद्धह्म्4.ष्शद्व का शुभारम्भ किया। इस वैबसाइट के शुरू होने से विद्यार्थियों को काफी लाभ होगा। वे विभिन्न पाठ्यक्रमों में ऑनलाइन आवेदन कर सकते हंै। इसके अलावा, मैरिट लिस्ट, विद्यार्थियों की सहायता के लिए शिकायत सैल के साथ-साथ उम्मीदवारों के लिए इलैक्ट्रोनिक आवेदन प्रक्रिया की अधिसूचना एसएमएस और ई-मेल अलर्ट के माध्यम से उपलब्ध होगी। वैबसाइट पर विभिन्न छात्रवृति योजनाओं की सूचना और विभिन्न कालेजों में विद्यार्थियों के लिए ऑन लाइन सुविधा भी उपलब्ध होगी। वैबसाइट पर विद्यार्थी ऑन लाइन छात्रवृत्ति के लिए आवेदन कर सकते हैं। प्रत्येक कालेज के पूरे विवरण के साथ-साथ पाठ्यक्रम की विस्तृत जानकारी भी उपलब्ध होगी। उच्चतर शिक्षा विभाग, हरियाणा की वैबसाइट पर कर्मचारियों की सूचना जैसेकि सेवा रिकार्ड, प्रशिक्षण जानकारी, स्थानान्तरण इत्यादि की भी जानकारी उपलब्ध होगी। इस वैबसाइट का शुभारम्भ होने से दाखिला प्रक्रिया, किसी भी समय किसी भी जगह डाटा की उपलब्धता, सभी कालेजों के लिए समेकित और अन्तरसम्बन्द्घ डाटाबेस, कर्मचारी और विद्यार्थी, विद्यार्थियोंं के सही समय की ट्रैकिंग और मानिटरिंग, कालेजों की जानकारी के अलावा कालेजों के प्रोफाइल की जानकारी भी उपलब्ध होगी। यह वैबसाइट विभाग की कार्यप्रणाली और प्रबन्धन के लिए एक प्रभावी यंत्र के रूप में कार्य करेगी और इससे सभी उच्चतर शिक्षा से जुड़े प्रबन्धन,अध्यापक, अन्य कर्मचारियों और विद्यार्थियों के साथ अच्छा तालमेल बढ़ेगा। इस वैवसाइट के माध्यम से कालेजों और विश्वविद्यालयों द्वारा विभिन्न परियोजनाओं की प्रगति रिपोर्ट विभाग को दिन प्रतिदिन मिलने में मदद होगी, जिससे विभाग की कार्यप्रणाली में बढ़ोतरी के साथ-साथ पारदर्शिता आएगी। हरियाणा सरकार ने पिछले एक दशक से उच्चतर शिक्षा पर जोर दिया है, जिसके परिणामस्वरूप उच्चतर शिक्षा के स्तर में सुधार हुआ है और हरियाणा ने एजुकेशन हब के रूप में अपनी पहचान बनाई है। वर्तमान में प्रदेश में 20 विश्वविद्यालय, 95 राजकीय कालेज, 97 सरकारी सहायता प्राप्त प्राईवेट कालेज और लगभग 500 स्व:वित्त पोषित डिग्री, एजुकेशन, लॉ और स्पोटर्स कालेज हैं, जिनमें लगभग 5.41 लाख विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इस अवसर पर उच्चतर शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव श्री एस एस प्रसाद ने बताया कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा की दूरदर्शिता में उच्चतर शिक्षा विभाग में विकास हुआ है, परंतु अब विभाग के लिए इसे प्रभावी रूप से प्रबन्धन करके बनाए रखना जरूरी है। इसके लिए सूचना के आधार पर नई नीतियों का बनाया जाना जरूरी है, जिसके लिए यह वैब पोर्टल मदद मुहैया करवाएगा। वैब पोर्टल का उद्देश्य विभिन्न स्त्रोंतों से सूचना इक्_ा करना और सूचना को एकल रूप में चलाना है। यह पोर्टल पूर्ण रूप से चलेगा ही नहीं, बल्कि इसमें यूनिवर्सल लोग-इन भी होगा ताकि डाटा का उपयोग किया जा सके। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डा० के के खण्डेलवाल और श्री एसएस ढिल्लो, मुख्यमंत्री के प्रधान ओएसडी श्री एमएस चौपड़ा और मुख्यमंत्री के उप प्रधान सचिव श्री आर एस दून के अलावा अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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