नए चेहरों में लोक निर्माण विभाग के पूर्व मुख्य अभियंता टी राम शामिल हैं, जिन्हें मायावती के बहुचर्चित प्रिय स्मारकों के निर्माण के लिए जाना जाता है.
'ग़लत लोगों के टिकट काटे गए'
अपने जन्मदिन पर प्रेस कांफ्रेंस में टिकटों के फेरबदल की जानकारी देते हुए मायावती ने कहा, पिछले विधान सभा आम चुनाव में हमारी पार्टी के भोले भाले लोगों को झांसे में रखकर काफ़ी ग़लत लोग दूसरी पार्टियों को छोड़कर हमारी पार्टी से टिकट लेने में कामयाब हो गए थे.
मायावती ने माना कि इन लोगों ने चुनाव जीतने के बाद, अपने क्षेत्र के विकास व जनता के हितों की तरफ़ ध्यान न देकर बल्कि इसके स्थान पर इन्होंने अपने व्यक्तिगत स्वार्थ में ग़लत कार्यों में लिप्त होकर हमारी पार्टी व सरकार की छवि को धूमिल करने का हर संभव प्रयास किया है.
इतने बड़े पैमाने पर टिकट काटने का औचित्य बताते हुए मायावती ने आगे कहा, इस क़िस्म के ग़लत लोगों ने हमारी पार्टी के पुराने कैडर को भी अपनी ग़लत संगत में लेकर उन्हें भी काफ़ी हद तक अपने जैसा ही बना दिया है, जिसके कारण हमारी पार्टी व सरकार को इस क़िस्म के सभी विधायकों एवं मंत्रियों के ख़िलाफ़ काफ़ी सख़्त कार्यवाई करनी पडी है.
मायावती ने कहा कि इन सभी कारणों की वजह से इस विधान सभा आम चुनाव में ऐसे सभी विधायकों व मंत्रियों के टिकट काट दिए हैं.
शायद पांच साल में यह पहली बार है जब मायावती ने सार्वजनिक तौर पर स्वीकार किया है कि उनकी सरकार और पार्टी के लोगों ने सरकार के रहते हुए कितने ग़लत काम किए हैं जिससे वे जनता में अलोकप्रिय हो गए है.
इस नुक़सान की भरपाई के लिए ही अब मायावती बड़ी तादाद में नए चेहरे लेकर जनता के सामने जा रही हैं.
मायावती ने अपने समर्थकों से अपील की है कि वे दोबारा उन्हें बहुमत से सरकार में लाने के लिए पूरी मेहनत करें.
उनका कहना था, यही सही मायने में पार्टी हित में उनका क़ीमती तोहफ़ा होगा.