17/07/2013 216 लाख रुपए की लागत से तैयार होने वाले जलघर की आधारशिला भी रखी
चंडीगढ़, 17 जुलाई- कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि झज्जर जिले में पीने का पानी उपलब्ध कराने के लिए व्यापक योजना तैयार की गई है। इस योजना पर कार्य भी आरंभ हो गया है।
श्री हुड्डा ने यह बात झज्जर जिले के गांव खेड़ी आसरा में करीब डेढ़ करोड़ रुपए की लागत से तैयार होने वाले जलघर आधारशिला रखने के उपरांत उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कही। सांसद ने गांव खेड़ी आसरा से पहले शेखुपुर जट्ट में भी शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल की अध्यक्षता में 216 लाख रुपए की लागत से तैयार होने वाले जलघर की आधारशिला भी रखी। उन्होंने कहा कि झज्जर जिले में पीने के पानी की समस्या को समाप्त करने के लिए विस्तृत योजना का खाका तैयार किया गया है। बता दे कि झज्जर जिले के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजलापूर्ति के स्थाई समाधान करने के लिए सांसद ने स्वयं जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों से मिलकर योजना तैयार की है। इस योजना के तहत सभी गांवों में नहर आधारित जलघर परियोजनाओं के जरिए पेयजलापूर्ति होगी। जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग ने झज्जर जिले के लिए 417 करोड़ रुपए से अधिक लागत वाली परियोजनाओं को स्वीकृति प्रदान की है। इन परियोजनाओं के अंतर्गत जिले में पीने के पानी की व्यवस्था को सुचारू करने तथा गंदे पानी की निकासी के इंतजामों को दुरुस्त किया जाएगा। मौजूदा वित्त वर्ष 2013-14 के पहली तिमाही के दौरान इन परियोजनाओं पर 71 करोड़ रुपए की राशि संबंधित विभाग को अलॉट की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि झज्जर जिले में इनेलो सरकार के 1999 से 2005 के कार्यकाल में जिले भर की पेजयल आपूर्ति परियोजनओं के लिए जहां करीब 54.19 करोड़ रुपए की परियोजनाओं को स्वीकृति मिली थी वहीं मौजूदा सरकार के कार्यकाल में करीब 695.44 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट झज्जर जिले के लिए स्वीकृत किए गए हैं। सांसद ने कहा कि इस तरह की योजना के क्रियांवन में समय तो लगेगा लेकिन योजना पूरी होने के बाद झज्जर के लोगों को स्थाई तौर पर पीने के पानी उपलब्ध होगा। कांग्रेस सांसद ने बताया कि जिले में अब तक की सबसे बड़ी धनराशि की इन परियोजनाओं के अंतर्गत जिले के विभिन्न गांवों में जलघरों का निर्माण होगा, साथ ही शहरी क्षेत्रों में गंदे पानी के जमाव की समस्या का स्थाई समाधान हो सकेगा। परियोजना के अंतर्गत कई जलघरों का निर्माण कार्य जारी है। ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में पेयजलापूर्ति में सुधार के लिए नई पाइप लाइन बिछाए जाने के लिए अनेक परियोजनाओं को मंजूरी मिली है। इन परियोजनाओं के साकार होते ही जिले में जलापूर्ति का प्रबंधन न केवल मौजूदा समय बल्कि आगामी दशकों तक सुदृढ़ हो सकेगा। जिले में पेयजल आपूर्ति को बेहतर करने के लिए पाइप लाइन डालने व पेयजल आपूर्ति से संबंधित बुस्टिंग स्टेशन जैसी अनेक परियोजनाओं को भी स्वीकृति दी गई है। झज्जर सहित 17 गांवों की प्यास बुझाएगी एनसीआर चैनल सांसद ने परियोजना के अंतर्गत मेगा परियोजनाओं के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि झज्जर शहर व साथ लगते 17 गांवों में एनसीआर चैनल से लिंक ड्रेन के जरिए पीने के पानी की आपूर्ति के लिए 83 करोड़ रुपए की परियोजना की प्रक्रिया आरंभ हो चुका है। वहीं झज्जर शहर में पुरानी तहसील रोड जलघर में 1.20 करोड़ रुपए की लागत से फिल्टर प्लांट तैयार किया जा रहा है। जनस्वास्थ्य विभाग की ओर से जलघर बनाने के लिए गांव भूरावास(1.22 करोड़), दूबलधन बिधान(2.55 करोड़), मातनहेल(2.77 करोड़), मुंडाहेड़ा(1.25 करोड़), बाघपुर(7.45 करोड़), ढाणा व धनीरवास (2.28 करोड़), जहाजगढ़(3.33 करोड़), मांगावास(1.68 करोड़), मुंदसा(1.56 करोड़), तलाव(2.93 करोड़) तथा बेरी में गंदे पानी की निकासी के लिए 1.80 करोड़ रुपए की योजना स्वीकृत की गई है। इसी प्रकार साल्हावास व साथ लगते आधा दर्जन से अधिक गांवों में साल्हावास लिंक चैनल के जरिए जलापूर्ति के लिए 14.63 करोड़ रुपए, इसी क्षेत्र में जेएलएन से पेयजलापूर्ति के लिए 5.78 रुपए की राशि स्वीकृत हुई है। बादली सहित अन्य गांवों में भी होगा सुधार बादली गांव में पीने के पानी की आपूर्ति के लिए गांव एमपी माजरा में 4.63 करोड़ रुपए की लागत से जलघर, गुभाना(3 करोड़), जेएलएन से कोयलपुर, खेतावास व चढ़वाना में जलापूर्ति के लिए 37.80 करोड़ रुपए, खेड़का गुर्जर(2.03 करोड़), लाडपुर में पेयजलापूर्ति में सुधार के लिए4.14 करोड़ रुपए, मुंडाखेड़ा(6.74), तामसपुरा, फोर्टपुरा व ढाणी इस्लामगढ़ के लिए मारौत में नया जलघर व ग्वालिसन के जलघर की क्षमता में बढ़ोतरी पर 9.65 करोड़ रुपए, अंबोली(1.66), बादली व साथ लगते तीन गांवों के लिए (2.47 करोड़), छोछी(1.98 करोड़), धनिया(1.13 करोड़), गोयला कलां(1.39 करोड़), जरगदपुर(1.30), आदर्श गांव झाड़ली(1.91), साल्हावास व ढाणी साल्हावास में नए जलघर के लिए 3.62 करोड़ रुपए, गांव दादरी तोए(8.63 करोड़), झांसवा जलघर की क्षमता में बढ़ोतरी के लिए, सुंदरेहटी व झाड़ली में नए जलघरों के लिए 5.78 करोड़ रुपए, खोरड़ा(2.32 करोड़), चांदपुर, काहड़ी, भटेड़ा, माछरौली सहित आठ गांवों के लिए 13.95 करोड़ तथा झज्जर शहर में सीवरेज व्यवस्था के सुधार के लिए 29.20 करोड़ रुपए खर्च होंगे। गांव खरमाण में 2.24 करोड़ रुपए की राशि से नया जलघर, आसौदा(2.15 करोड़), कुलासी-कानौंदा में जलापूर्ति के लिए 14.49 करोड़ रुपए, छारा में 7.33 करोड़ रुपए से नया जलघर, दरियापुर(1.58 करोड़), लोवा खुर्द(2.20 करोड़), नूना माजरा(1.95 करोड़ रुपए), सिद्दीपुर(3.24 करोड़ रुपए), मुकुंदपुर(1.55 करोड़ रुपए), टांडाहेड़ी व सराय औरंगाबाद (3.40 करोड़ रुपए), बहादुरगढ़ में सीवरेज लाइन पर 4.65 करोड़ रुपए की परियोजनाएं स्वीकृत हुई है।
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