16/07/2013 मछुआरों उनके बच्चों तथा समितियों को मिले विभिन्न पुरस्कार
भोपाल :मध्यप्रदेश में मछुआरों, उनके बच्चों और मछुआ सहकारी समितियों को उनके कल्याण के लिये संचालित की जा रही विभिन्न योजनाओं का सीधे-सीधे लाभ मिल रहा है। राज्य शासन ने इस साल 33 उत्कृष्ट मछुआरों को प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत 3 लाख 94 हजार रुपये, 71 मछुआरों को 3 लाख 55 हजार रुपये के सांत्वना पुरस्कार दिये हैं।
मछुआरों के 102 मेधावी बच्चों को भी शिक्षा प्रोत्साहन योजना में एक लाख 86 हजार रुपये के पुरस्कार प्रदान किये गये हैं। साथ ही 19 मत्स्य सहकारी समितियों को 4 लाख 73 हजार रुपये का पुरस्कार दिया गया है। दुर्घटना बीमा योजना का लाभ छः मछुआरों के परिजन को मिला है। उन्हें एक-एक लाख रुपये के चेक भेंट किये गये हैं। मत्स्य महासंघ के जलाशयों में सर्वाधिक मछली उत्पादन करने वाली मत्स्य सहकारी समितियों तथा मछुआरों के लिये प्रोत्साहन पुरस्कार योजना चलाई जा रही है। इसके अंतर्गत ऐसी उत्कृष्ट समितियों एवं मछुआरों को पुरस्कृत किया जाता है, जिनका कार्य बेहतर रहा है। पुरस्कार के रूप में उन्हें नगद राशि, प्रशस्ति-पत्र और स्मृति-चिन्ह दिया जाता है। समिति को दी जाने वाली अधिकतम प्रोत्साहन राशि 50 हजार तथा मछुआरों के लिये 25 हजार रुपये है। इसी तरह महासंघ के जलाशयों में काम करने वाले मछुआरों के बच्चों को शिक्षा के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से शिक्षा प्रोत्साहन योजना लागू की गई है। इस योजना में 8वीं, 10वीं एवं 12वीं कक्षा में प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण होने वाले छात्र-छात्राओं को 2000 रुपये तथा द्वितीय श्रेणी में उत्तीर्ण होने पर 1000 रुपये नगद पुरस्कार स्वरूप दिये जाते हैं। इसके अलावा ए-ग्रेड में उत्तीर्ण होने वाले छात्र-छात्राओं को 5000 रुपये का विशेष पुरस्कार मिलता है। आजीविका सहयोग योजनाबंद ऋतु में मछुआरों की आजीविका के लिये महासंघ द्वारा आजीविका सहयोग योजना चलाई जा रही है। योजना के अंतर्गत मछुआरों के पारिश्रमिक से एक रुपये प्रति किलो के मान से राशि काटकर इतनी ही राशि महासंघ द्वारा मिलाकर बंद ऋतु में 2 रुपये प्रति किलो के मान से मछुआरों को भुगतान की जाती है। इस साल योजना में 93 लाख 75 हजार 345 रुपये का भुगतान मछुआरों को किया जा रहा है। इसमें मछुआरों का अंश 46 लाख 87 हजार 671 रुपये 50 पैसे है। इतनी ही राशि महासंघ की भी है।
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