15/07/2013 अमेरिका के विद्यार्थियों को हिन्दी पढ़ाने के लिए येल विश्वविद्यालय, अमेरिका जाएंगी
चण्डीगढ़,15 जुलाई -कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरूक्षेत्र के अंगे्रजी विभाग की शोधकर्त्ता सुश्री ईशा पराशर ने वर्ष 2013-14 के लिए प्रतिष्ठित फुलराईट फॉरन लेंग्वैज टीचिंग असिस्टेंटशिप (एफएलटीए)प्राप्त किया है।
सुश्री ईशा अगस्त मास से नौ महीने की अवधि के लिए अमेरिका के विद्यार्थियों को हिन्दी पढ़ाने के लिए येल विश्वविद्यालय, अमेरिका जाएंगी।विश्वविद्यालय के कुलपति ले0जनरल डॉ0 डी डी एस संधू ने सुश्री ईशा को इस उपलब्धि पर बधाई देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय ने हमेशा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर विद्यार्थियों के आदान प्रदान को प्रोत्साहित किया है। यह कार्यक्रम उन्हें अमेरिका की शिक्षा प्रणाली एवं सांस्कृति को जानने का अवसर प्रदान करेगा यूनाईटेड स्टेटस इण्डिया एजूकेशनल फाऊंडेशन इन इण्डिया,नई दिल्ली और काऊंसिल ऑफ इन्टरनेशनल एक्सचेंज ऑफ स्कॉलरस वाश्ंिटन डी सी, अमेरिका द्वारा आयोजित एक राष्ट्रीय स्तरीय प्रतियोगिता के आधार पर एफएलटीए प्रदान किया जाता है। इस वर्ष भारत वर्ष से केवल नौ आवेदक ही एफएलटीए के लिए क्वालिफाई कर पाए थे। इस कार्यक्रम के तहत अमेरिका तथा अन्य देशों के चयनित स्कॉलरस अध्ययन एवं अनुसंधान के लिए छात्रवृत्ति के पात्र बनते है। विश्व भर में संचालित इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम में भारत सहित 155 देशों के स्कॉलरस भाग लेते हैं।
कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय के अंगे्रजी विभाग के पांच स्कॉलरस को अब तक एफएलटीए से नवाजा जा चुका है और यह सभी लड़किया हैं। इन्हें अमेरिका के विद्यार्थियों को हिन्दी पढ़ाने का अवसर हीं नहीं बल्कि अमेरिका के इतिहास, संस्कृति, सभ्यता, साहित्य और भाषा को समझने का भी अवसर प्राप्त हुआ।
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