12/07/2013 50 एकड़ भूमि में आईआईआईटी की आधारशिला रखी जाएगी
चंडीगढ़,12 जुलाई- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा द्वारा सोनीपत के गांव किलोड़हद में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इन्फोरमेशन टेक्नॉलोजी (आईआईआईटी) की स्थापना की घोषणा को अमलीजामा पहनाने के उद्देश्य से
आज केंद्र व राज्य सरकार के आला अधिकारियों ने गांव का दौरा किया। इस दौरान एचआरडी, नई दिल्ली के निदेशक राजेश सिंह ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि आवश्यक औपचारिकताओं को पूर्ण कर अति शीघ्र करीब 50 एकड़ भूमि में आईआईआईटी की आधारशिला रखी जाएगी। किलोड़हदवासियों ने गांव में आईआईआईटी की स्थापना के लिए करीब 128 एकड़ भूमि देने की पेशकश की है, जिसके अंतर्गत 50 एकड़ भूमि पर आईआईआईटी के निर्माण की ओर कदम बढ़ाया गया है। अगर आवश्यकता हुई तो और जमीन का उपयोग किया जाएगा। ग्रामीणों के इंतजार को खत्म करने तथा शीघ्रातिशीघ्र आईआईआईटी निर्माण की शुरुआत के लिए आज केंद्र व राज्य के संबंधित उच्चाधिकारियों ने प्रस्तावित स्थल का दौरा कर विभिन्न पहलुओं पर गंभीरता से मंथन किया। एचआरडी, नई दिल्ली और हरियाणा राज्य के आला अधिकारियों की अगुवाई मेें गांव में निर्माणस्थल के लिए प्रस्तावित भूमि का निरीक्षण किया। तत्पश्चात् अधिकारियों ने ग्रामीणों से रू-ब-रू होकर उन्हें आश्वासन दिया कि अति शीघ्र आईआईआईटी की आधारशिला रखवाई जाएगी। उच्चाधिकारियों ने आईआईआईटी के लिए गांव द्वारा की गई भूमि की पेशकश को लेकर भी गंभीर मंथन किया कि जमीन लीज पर लें अथवा जमीन का अधिग्रहण किया जाए। एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि आईआईआईटी की स्थापना के लिए विभिन्न तकनीकी पहलुओं पर गंभीरता से चर्चा की गई है। सभी औपचारिकताओं को पूरा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र से अप्रूवल मिलने के साथ ही निर्माण कार्य का प्रारम्भ हो जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और रोहतक के सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा व सोनीपत के सांसद जितेंद्र सिंह मलिक किलोड़हद में आईआईआईटी की स्थापना को लेकर बेहद गंभीर हैं। प्रवक्ता ने बताया कि किलोड़हद गांव सोनीपत शहर के साथ सटा हुआ है, जिससे भविष्य में यह शहर का ही हिस्सा बन जाएगा। उन्होंने कहा कि राजधानी दिल्ली से भी बेहतर कनेक्टिविटी है, जिससे दर-दराज के क्षेत्रों के विद्यार्थियों के लिए भी यह बेहतर विकल्प होगा। उन्होंने कहा कि सोनीपत एजुकेशन-हब के रूप में विकसित हो रहा है। आईआईआईटी की स्थापना एजुकेशन हब को और प्रभावी रूप प्रदान करेगी, जिसका लाभ यहां के विद्यार्थियों को खासतौर पर मिलेगा। उन्होंने कहा कि आज का जमाना तकनीकी शिक्षा है। तकनीकी शिक्षा हासिल करने वाला विद्यार्थी खाली नहीं बैठ सकता, उसे निजी अथवा सरकारी क्षेत्र में बेहतर नौकरी निश्चित तौर पर मिलती है। उन्होंने ग्रामीणों को भी प्रोत्साहित किया कि वे अपने बच्चों को तकनीकी शिक्षा दिलाएं।
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