09/07/2013 मेट्रो लाइन पर होंगे सबसे ज्यादा यात्री
नई दिल्ली : मेट्रो यात्रियों की संख्या के लिहाज से वर्तमान समय में द्वारका से नोएडा व वैशाली जाने वाली लाइन सबसे उपयोग साबित हो रही है। लेकिन तीसरे चरण के तहत मेट्रो नेटवर्क का विस्तार होने के बाद मुकुंदपुर से शिव विहार तक जाने वाली मेट्रो लाइन पर अधिक लोग सफर करेंगे।
दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) का अनुमान है कि 56 किलोमीटर लंबी इस लाइन के चालू होते ही इस लाइन पर सफर करने वालों की संख्या 10 लाख हो जाएगी। क्योंकि यह लाइन दिल्ली के प्रमुख बाजार, शैक्षणिक संस्थान, अस्पताल और ऐतिहासिक धरोहरों से होकर गुजर रही है। सभी प्रमुख स्थलों तक पहुंच होगी आसानपहले व दूसरे चरण में मेट्रो नेटवर्क के हुए विस्तार से दक्षिणी दिल्ली का प्रमुख इलाके अछूते रहे हैं। मेट्रो से यहां के प्रमुख बाजार लाजपत नगर, सरोजनी नगर, साउथ एक्सटेंशन तक पहुंचना संभव नहीं है। वहीं कुतुबमीनार को छोड़कर अन्य किसी ऐतिहासिक स्थल तक भी मेट्रो की पहुंच नहीं है। यही हाल शैक्षणिक संस्थान जेएनयू, जामिया मिलिया इस्लामिया, आइआइटी जैसे बड़े शैक्षणिक संस्थानों के लिए भी है। लेकिन तीसरे चरण में उत्तरी-पश्चिमी दिल्ली के मुकुंदपुर से पूर्वी दिल्ली के शिव विहार और पश्चिमी दिल्ली के जनकपुरी से नोएडा के बॉटनिकल गार्डन तक बन रहे मेट्रो लाइन से दक्षिणी दिल्ली के सभी प्रमुख क्षेत्र जुड़ जाएंगे। यही नहीं, होली फैमिली अस्पताल, एस्कॉर्ट अस्पताल, बत्रा अस्पताल, मालवीय नगर अस्पताल, इंस्टीट्यूट आफ लीवर एंड बिलयरी साइंसेज, फोर्टिस अस्पताल भी मेट्रो से जुड़ जाएंगे। इन स्थानों पर निजी वाहन से जाने वाले लोग समय व पैसा बचाने के लिए सार्वजनिक परिवहन साधन के रूप में मेट्रो की सवारी करना पसंद करेंगे। इससे न सिर्फ पार्किंग समस्या कम होगी, बल्कि ईधन की बचत भी होगी। तीसरे चरण में बनने वाले मेट्रो स्टेशनों से सभी प्रमुख बाजार 50 मीटर से भी कम दूरी पर होंगे। इससे लोग मेट्रो स्टेशन से से बाजार तक पैदल जा सकेंगे।जून 2016 से पहले सभी लाइनों पर परिचालन शुरू हो जाएगा मेट्रो के निदेशक (जनसंपर्क) अनुज दयाल के अनुसार, तीसरे चरण में जिस रफ्तार से मेट्रो नेटवर्क का काम चल रहा है, उससे लगता है कि निर्धारित डेडलाइन जून 2016 से पहले सभी लाइनों पर परिचालन शुरू हो जाएगा। इस चरण में पहले से बने आइएनए तथा लाजपत नगर मेट्रो स्टेशन को इंटरचेंज स्टेशनों में बदला जाएगा, ताकि इन बाजारों तक संपर्क अधिक बेहतर बनाया जा सके। इससे एनसीआर के शहर फरीदाबाद व गुड़गांव के लोग भी आसानी से इन बाजारों तक पहुंच सकेंगे। उन्होंने बताया कि बीते अप्रैल से दोनों लाइन के प्रमुख स्थानों पर मेट्रो स्टेशन तैयार करने का काम जोरशोर से चल रहा था। डीएमआरसी अधिकारियों के अनुसार, दोनों लाइन का निर्माण शुरू करने से पूर्व जो डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) बनी थी, उसके तहत दोनों लाइन पर मेट्रो सेवा शुरू करते ही प्रतिदिन यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या 10 लाख होने का अनुमान है। मालूम हो कि गत 1 जुलाई को ही मेट्रो के मौजूदा सभी छह लाइनों पर एक दिन में कुल 23,62,279 लाख यात्रियों ने सफर किया था। इसमें द्वारका से नोएडा व वैशाली जाने वाली मेट्रो लाइन पर यात्रा करने वालों की संख्या सर्वाधिक 9,25,707 थी। मुकुंदपुर-यमुना विहार कॉरिडोर सीधे जुड़ेंगे दिल्ली के ये इलाके पूर्वी दिल्ली के मयूर विहार, त्रिलोकपुरी, पांडव नगर व मंडावली, दक्षिणी दिल्ली के श्रीनिवासपुरी, आश्रम, महारानी बाग, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी, ओखला, उत्तरी दिल्ली के आजादपुर, शालीमार बाग व नेताजी सुभाष प्लेस और पश्चिमी दिल्ली के पंजाबी बाग, राजौरी गार्डन व मायापुरी। जून तक इस लाइन पर 37 फीसद काम मुकुंदपुर से शिव विहार तक जाने वाली मेट्रो लाइन डीएमआरसी की सातवीं मेट्रो लाइन है। 56 किलोमीटर लंबी इस लाइन पर कुल 36 मेट्रो स्टेशन होंगे। इस लाइन का निर्माण कार्य नवंबर 2011 में शुरू हुआ था। फिलहाल इस लाइन पर पश्चिमी-बाहरी दिल्ली से दक्षिणी दिल्ली की ओर रिंग रोड पर जोर-शोर से काम चल रहा है। पूर्वी दिल्ली स्थित शिव विहार में गत मई में निर्माण कार्य शुरू हुआ है। मेट्रो अधिकारियों के अनुसार, इस वर्ष जून तक लाइन पर 37 फीसद काम हो चुका है। इसी प्रकार जनकपुरी से नोएडा बॉटनिकल गार्डन तक जाने वाली मेट्रो लाइन पर 28 फीसद निर्माण कार्य हुआ है। इस लाइन पर कालिंदी कुंज के समीप यमुना पर मेट्रो पुल का निर्माण कार्य भी होना है।
|