प्रदेश के हर जिले में उनके लिए अच्छे स्कूल खोले जाएंगे। श्री हुड्डा ने यह घोषणा आज गुडग़ांव के भोंडसी स्थित पुलिस अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केन्द्र (आरटीसी) में रंगरूट सिपाहियों के 7वें बैच के दीक्षान्त समारोह के अवसर पर की। इस अवसर पर 674 जवानों को प्रशिक्षण पूरा करने के उपरान्त कत्र्तव्य परायणता और देश के प्रति निष्ठा की शपथ दिलाई गई। प्रशिक्षण के दौरान विभिन्न गतिविधियों में अच्छा प्रदर्शन करने वाले रंगरूट सिपाहियों को मुख्यमंत्री ने पुरस्कार भी प्रदान किया। प्रशिक्षण के दौरान सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले रंगरूट सिपाही सुरेश कुमार को लैपटॉप व हैंडीकैम तथा प्रथम श्रेणी प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। इसके अलावा, दूसरे स्थान पर रहे मुकेश कुमार को कंप्यूटर नोटबुक व प्रमाण पत्र तथा तीसरे स्थान पर रहे बबलू को डिजीटल कैमरा व प्रमाण पत्र दिया गया। इसी प्रकार आऊटडोर गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले श्रीकृष्ण को भी डिजीटल कैमरा व प्रमाण पत्र दिया गया।श्री हुड्डा ने कहा कि राज्य सरकार ने हरियाणा पुलिस के आधुनिकीकरण के लिए इस वर्ष के बजट में 38 करोड़ रूपए की राशि उपलब्ध करवाई है। पुलिस हाऊसिंग कॉरपोरेशन को पुलिस कर्मियों के लिए मकान बनाने के लिए 300 करोड़ रूपए की राशि दी गई है। इस समय प्रदेश में 6 पुलिस पब्लिक स्कूल चल रहे हैं। उन्होंने दीक्षान्त परेड में भाग लेने वाले रैकरूटों के लिए एक सप्ताह के अवकाश की घोषणा भी की।
श्री हुड्डा ने कहा कि मैं चाहता हूं कि हरियाणा पुलिस देश का सर्वोत्तम पुलिस बल बने। ऐसा तभी संभव होगा, जब आप अपनी कार्य कुशलता को बढ़ाएं और अपने व्यवहार से जनता का दिल जीतें। श्री हुड्डा ने कहा कि वैसे तो हर नागरिक की जानमाल की सुरक्षा जरूरी है, लेकिन समाज के कमजोर वर्गों की सुरक्षा के प्रति विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। महिलाओं के विरूद्ध अपराधों का जिक्र करते हुए श्री हुड्डा ने कहा कि सरकार ने इन पर काबू पाने के लिए विशेष कदम उठाए हैं। एक अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक तथा एक महिला पुलिस महानिरीक्षक की नियुक्ति की गई है। प्रदेश में महिला हैल्पलाईन 1091 शुरू की गई है। 30 महिला पीसीआर नियुक्त की गई हैं। जिला स्तर पर स्पेशल वूमेन सैल बनाए गए हैं और निगरानी के लिए एक-एक महिला राजपत्रित अधिकारी को भी नियुक्त किया गया है। प्रदेश में दो महिला पुलिस थाने हैं तथा 4 और महिला पुलिस थाने जल्द ही खोलने का प्रस्ताव है। सरकार की योजना है कि हर जिले में कम से कम एक महिला पुलिस थाना हो। श्री हुड्डा ने कहा कि महिलाओं के विरूद्ध अपराधों के अधिकतर मामलों का निपटारा 30 दिन में किया जा रहा है। संवेदनशील मामलों की सुनवाई के लिए 12 फास्ट टै्रक अदालतें भी स्थापित की गई हैं। बच्चों के प्रति होने वाले अपराधों की रोकथाम के लिए भी कदम उठाए गए हैं। हर पुलिस थाने में एक बाल कल्याण पुलिस अधिकारी नियुक्त किया गया है। इसके अलावा प्रदेश में 6 एंटी हयूमन ट्रैफिकिंग यूनिट स्थापित की गई हैं।
इस अवसर पर श्री हुड्डा ने प्रशिक्षण पूरा करने वाले सभी जवानों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि अब आपकी असल जिम्मेवारी शुरू होती है। जिस मेहनत और लग्र से आपने ट्रेनिंग पूरी की है, मुझे उम्मीद है आप उसी लग्र और मेहनत से अपनी ड्यूटी भी निभाएंगे। उन्होंने इस बात पर खुशी जाहिर की कि 674 जवानों के इस बैच में 36 एमए, 252 बीए तथा 115 तकनीकी शिक्षा प्राप्त कर चुके जवान भी हैं और सभी को कम्यूटर की भी ट्रेनिंग दी गई है। इससे उनकी कार्य कुशलता बढ़ेगी।
श्री हुड्डा ने विश्वास व्यक्त किया कि पुलिस न केवल नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करेगी, बल्कि उनके साथ ऐसा व्यवहार करेगी, जिससे आम नागरिक पुलिस को अपना मित्र समझे और पुलिस पर भरोसा कर सके।
इससे पहले, मुख्यमंत्री श्री हुड्डा का स्वागत करते हुए हरियाणा के पुलिस महानिदेशक श्री श्रीनिवास वशिष्ठ ने कहा कि हाल ही में राज्य सरकार ने 2006 की नीति में बदलाव करते हुए असामाजिक तत्वों तथा आतंकवादियों से लोहा लेते हुए शहादत को प्राप्त करने वाले हरियाणा पुलिस कर्मी के परिवार के एक सदस्य को योग्यता अनुसार सरकारी नौकरी देने का निर्णय लिया है। उन्होंने उत्तराखंड त्रासदी का उल्लेख करते हुए कहा कि हरियाणा पुलिस की तीन कंपनियों को आपदा प्रबंधन में प्रशिक्षण दिया जाएगा।
इस अवसर पर बादशाहपुर के विधायक राव धर्मपाल, पूर्व मंत्री धर्मबीर गाबा, अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह विभाग समीर माथूर, आरटीसी भोंडसी के प्रभारी एडीजीपी पी आर देव, एडीजीपी क्राईम एस एस देशवाल, गुडग़ांव मंडल के आयुक्त चन्द्रप्रकाश, उपायुक्त पी सी मीणा, पुलिस आयुक्त आलोक मित्तल, नगर निगम आयुक्त अशोक सांगवान, आरटीसी भोंडसी के पुलिस अधीक्षक कुलविंदर सिंह सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।