06/07/2013 आफत की बारिश
केदारनाथ घाटी में 350 राहतकर्मी फंसे, उत्तर प्रदेश में कई नदियां उफान पर
लखनऊ/देहरादून। केदारनाथ घाटी और आसपास के इलाकों में शुक्रवार से ही बारिश हो रही है, लेकिन असल मुश्किल अब उस टीम के सामने है जो वहां मलबों की सफाई और लाशों के अंतिम संस्कार के लिए भेजी गई थी। इस टीम में तकरीबन 350 लोग हैं। लेकिन भारी बारिश की वजह से अब रेस्क्यू टीम को ही जान के लाले पड़ते दिख रहे हैं।
दो दिन से इस टीम तक राशन नहीं पहुंच पाया है और अब प्रशासन के सामने टीम को बचाने की समस्या आ गई है। दरअसल ये टीम केदारनाथ और उसके आसपास के इलाकों में मलबे को हटाने के लिए भेजी गई है। इसके अलावा ये टीम वहां पड़े शवों का अंतिम संस्कार भी करवा रही है। इस टीम में हृष्ठक्रस्न के 250 जवान। राज्य प्रशासन के करीब 75 अफसर। अंतिम संस्कार करवाने के लिए गए पुजारी और मलबा हटाने के लिए गए मजदूर भी शामिल हैं। उधर, उत्तर प्रदेश के पूर्वाचंल के कई जिलों में बारिश से नदियां उफनने लगी हैं। पूर्वांचल की नदियों में नेपाल की पहाडिय़ों से आने वाले पानी ने असर दिखाना शुरू कर दिया है। राप्ती की सहायक नदियों में बढ़ रहे पानी ने कई गांवों को मुख्य मार्ग से काट दिया है, बाढ़ के पानी से घिरे इन गावों में लोगों का आवागमन अब नांव के जरिए ही होगा। गोरखपुर जिले की सहजनवा के 24 गावों को मैरूंड घोषित किया जा चुका है। इधर, दिल्ली एनसीआर में नोएडा, ग्रेटर नोएडा गाजियाबाद, फरीदाबाद, गुडग़ांव में भी मौसम विभाग ने आज बारिश होने की संभावना जताई है।
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